

चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले के झींकपानी थाना क्षेत्र में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई ने हड़कंप मचा दिया है। सोमवार देर रात प्रशासन ने आयरन ओर से लदे करीब 25 से 30 ट्रक जब्त कर लिए। इस कार्रवाई के बाद ट्रक मालिकों और ड्राइवरों में भारी आक्रोश है। उनका आरोप है कि सभी कागजात दुरुस्त होने के बावजूद ट्रकों को जबरन रोका गया और रकम की की मांग की गई।

ट्रक मालिकों-ड्राइवरों का आरोप – “मांगे गए नकद रुपए”
मंगलवार की सुबह गाड़ियों के मालिक और चालक डीटीओ कार्यालय चाईबासा पहुंचे और जमकर विरोध जताया। ड्राइवरों का आरोप है कि रात में पुलिस प्रशासन ने नकद रुपए मांगे। जब ड्राइवरों ने कहा कि वे डिजिटल पेमेंट करेंगे तो पुलिस ने इनकार कर दिया और जबरन चालान काट दिया।

ट्रक मालिकों का कहना है कि गाड़ियों में न तो ओवरलोडिंग थी और न ही किसी नियम का उल्लंघन, फिर भी प्रशासन ने मनमानी कार्रवाई की। इससे साफ झलकता है कि जिले में नकद वसूली का खेल सुनियोजित तरीके से चल रहा है।

“डिजिटल इंडिया” बनाम “नकद वसूली”
मालिकों ने तंज कसा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर में “डिजिटल इंडिया” अभियान चला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जिले का पुलिस प्रशासन केवल नकद वसूली पर अड़ा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इस प्रकार की अवैध वसूली और उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो वे सामूहिक आंदोलन करेंगे।
अवैध खनन और विभाग की मिलीभगत?
पश्चिमी सिंहभूम जिले में आयरन ओर के अवैध खनन और तस्करी का धंधा लंबे समय से चलता आ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रोजाना सैकड़ों ट्रक बिना रोक-टोक ओवरलोडिंग कर खनिज बाहर ले जाते हैं और इसमें विभाग की मिलीभगत रहती है। यही कारण है कि इस बार की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।
डीएसपी बोले – “मुझे जानकारी नहीं”
इस मामले पर चाईबासा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) बहामन टुटी से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह की कार्रवाई की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने मामले की जांच कराने की बात कही।
