जामताड़ा : साइबर अपराध के लिए कुख्यात झारखंड के जामताड़ा में मंगलवार की रात लोमहर्षक घटना हो गई दक्षिणबहाल गांव के पास नदी पर बना अस्थायी डायवर्जन पुल देर रात पानी के तेज बहाव की वजह से क्षतिग्रस्त हो गया। मंगलवार रात करीब 12 बजे वैगन-आर कार सवार पांच युवक पानी की तेज धार में आकर बह गए। पानी का बहाव इतना तेज था कि कार समेत सभी युवक करीब 40 फीट तक तेज धार में बहते चले गए। चार युवकों ने किसी तरह से पानी का किनारा पकड़ा और सुरक्षित बाहर निकल गए, जबकि एक युवक अंधेरे में दूर बह गया। पानी की धार में बहा युवक वेदप्रकाश जामताड़ा डीटीओ आफिस का अनुबंध कर्मी बताया जा रहा है। वह मूल रूप से हजारीबाग जिले का रहने वाला है।

वहीं घटना के तत्काल बाद देर रात में ही स्थानीय ग्रामीणों ने मदद शुरू कर दिया और ट्रैक्टर की मदद से कार को पानी की तेज धार से बाहर निकाला गया। लेकिन, नदी में बहे युवक वेद प्रकाश का कुछ भी पता नहीं चल सका। कार सवार सभी लोग जामताड़ा डीटीओ आफिस के ही अनुबंध कर्मी बताए जा रहे हैं।

घटना की सूचना मिलते ही जामताड़ा के टाउन थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थानीय लोगों के साथ लापता युवक की तलाश शुरू कर दी है। संतोष कुमार ने बताया कि स्थानीय टीम के गोताखोरों को भी लापता युवक की तलाश में लगाया गया है।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार यह डायवर्जन पुल अस्थायी व्यवस्था के रूप में उपयोग किया जा रहा था। हफ्तेभर पहले ही ग्रामीणों ने अपने प्रयास से इसका निर्माण करवाया था। लेकिन, मंगलवार की रात हुई तेज बारिश की वजह से नदी में पानी का बहाव बढ़ने की वजह से यह क्षतिग्रस्त हो गया।
Jamtara Diversion Bridge : दर्जनभर से ज्यादा गांवों का टूट गया संपर्क
इसी साल 29 जुलाई की रात हुई तेज बारिश की वजह से दक्षिण बहाल का पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से जामताड़ा का चितरा व सारठ के रास्ते देवघर जिले का सीधा संपर्क टूट गया और उसपार के तकरीबन दर्जनभर से ज्यादा गांवाें के हजारों लोगों का संपर्क जामताड़ा मुख्यालय से टूट गया। पुल पार के कई गांवाें के लोग स्कूल, काॅलेज, बाजार और इलाज के लिए जामताड़ा पर निर्भर करते हैं। इन्हीं आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर अस्थायी डायवर्जन पुल का निर्माण किया था। लेकिन, पहली ही बारिश में यह बह गया और बड़ा हादसा हो गया।


