पटना : केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस आरोप को खारिज कर दिया कि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के पूर्व अध्यक्ष चिराग पासवान ने लगभग तीन साल पहले विधानसभा चुनाव में “भाजपा एजेंट” के रूप में काम किया था।
राय ने आरोप लगाया कि पासवान जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सर्वोच्च नेता नीतीश के अहंकार के कारण राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग हुए थे।
चुनाव में भाजपा से खराब रहा था जदयू का प्रदर्शन
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष राय ने दावा किया, “यह कहना गलत है कि हम 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को कमजोर करना चाहते थे। उनकी पार्टी का प्रदर्शन भाजपा से कहीं ज्यादा खराब रहा, क्योंकि उनका जनभावनाओं से संपर्क टूट गया है।
उनका अहंकार एक बड़ी समस्या बन गया था और यही एकमात्र कारण था कि चिराग पासवान को अलग होना पड़ा।” पासवान ने 2020 में उन सभी सीटों पर लोजपा के उम्मीदवार उतारे थे, जिन पर जदयू ने चुनाव लड़ा था। इन चुनावों में जदयू 43 सीट जीत पाई थी, जबकि 2015 के चुनाव में उसने 71 सीट हासिल की थीं।
नीतीश ने कहा था- भाजपा “एजेंट” के कारण खराब रहा था प्रदर्शन
नीतीश ने शुक्रवार चिराग का नाम लिए बिना कहा था कि 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने “एजेंट” का इस्तेमाल किया था, जिसकी वजह से उनकी पार्टी (जदयू) का प्रदर्शन खराब रहा था।