Home » बेंगलुरु में महिला ने ड्राइविंग करते हुए किया लैपटॉप का इस्तेमाल, ट्रैफिक पुलिस ने कहा…

बेंगलुरु में महिला ने ड्राइविंग करते हुए किया लैपटॉप का इस्तेमाल, ट्रैफिक पुलिस ने कहा…

डीसीपी ट्रैफिक नॉर्थ ने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "वर्क फ्रॉम होम, लेकिन कार में ड्राइव करते हुए नहीं।

by Reeta Rai Sagar
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

सेंट्रल डेस्कः बेंगलुरु में एक महिला को ट्रैफिक पुलिस ने जुर्माना किया, क्योंकि महिला कार चलाते हुए लैपटॉप का उपयोग कर रही थी। यह घटना 12 फरवरी को सामने आई, जब डीसीपी ट्रैफिक नॉर्थ, बेंगलुरु ने महिला का वीडियो शेयर किया, जिसमें वह ड्राइविंग सीट पर लैपटॉप का उपयोग कर रही थी।

इसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने महिला का जुर्माना काटते हुए उसकी एक तस्वीर भी शेयर की। डीसीपी ट्रैफिक नॉर्थ ने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, “वर्क फ्रॉम होम, लेकिन कार में ड्राइव करते हुए नहीं।”
महिला के कार चलाते समय लैपटॉप पर काम करने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए गए थे। इनमें से कुछ वीडियो अन्य सवारियों ने सड़क पर चलते वक्त बनाए थे।

इस बीच, सोशल मीडिया यूजर्स ने ट्रैफिक पुलिस की पोस्ट पर टिप्पणियां कीं। कुछ लोगों का कहना था कि महिला का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द कर देना चाहिए। वहीं, कुछ ने महिला पर काम के दबाव पर सवाल उठाए।

सोशल मीडिया प्रतिक्रिया

एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, “ड्राइविंग लाइसेंस रद्द कर देना चाहिए।” “किसका दोष है? कर्मचारी का या नियोक्ता का?” एक और यूजर ने सवाल किया। X पर एक यूजर ने बेंगलुरु की सड़कों पर भारी ट्रैफिक की शिकायत करते हुए लिखा, “कल 17 किलोमीटर का रास्ता तय करने में 2 घंटे लगे, कुल 4 घंटे सड़कों पर बिताए, काम भी पूरा करना था, साथ ही परिवार का भी ध्यान रखना था… सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह से भरा हुआ है, और इसके ऊपर CEOs हफ्ते में 70 घंटे काम करने की बात कर रहे हैं, सोने का और खाने का वक्त कब है… मैं इसे सही नहीं ठहरा रहा हूं, लेकिन मजबूरी है।”

“उसके कंपनी और मैनेजर का नाम सामने आना चाहिए और कंपनी के CEO और मैनेजर के खिलाफ FIR दर्ज होनी चाहिए। CEOs जो 90 घंटे काम करने की बात करते हैं, उन्हीं ने बेकार की मीटिंग्स और डिलीवर बल्स बना दिए हैं, जिनका शोषण हो रहा है,” एक अन्य X यूजर ने लिखा।

“वह Teams कॉल पर थी, क्या अगर Teams कॉल कारप्ले/एंड्रॉइड ऑटो स्क्रीन पर की जाती, तो क्या यह अनुमति दी जाती? मतलब हमारे CEOs 70-90 घंटे काम करने के लिए कहते हैं, तो हमें काम करने के नए तरीके खोजने पड़ते हैं,” एक यूजर ने लिखा।

Related Articles