Jamshedpur (Jharkhand) : शहर के कदमा स्थित एडीएलएस सनशाइन स्कूल प्रबंधन एक गंभीर आरोप के घेरे में आ गया है। जमशेदपुर अभिभावक संघ ने स्कूल प्रबंधन पर शिक्षा का अधिकार (RTE) अधिनियम 2009 के तहत नामांकित गरीब परिवारों के बच्चों से हर साल आय प्रमाण पत्र मांगने का आरोप लगाया है। संघ का कहना है कि प्रमाणपत्र न देने पर स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर सामान्य वर्ग की तरह फीस भरने का दबाव बनाता है और बच्चों को स्कूल से निकालने की धमकी भी देता है।
उपायुक्त कार्यालय में दर्ज कराई गई शिकायत
मंगलवार को जमशेदपुर अभिभावक संघ के अध्यक्ष डॉ. उमेश कुमार के नेतृत्व में अभिभावकों का एक समूह उपायुक्त कार्यालय पहुंचा। वहां उन्होंने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ इस संबंध में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई और मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की, ताकि आरटीई कोटे की सीटों पर नामांकित छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को बार-बार इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
आरटीई नियमों का उल्लंघन
डॉ. उमेश कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा कि आरटीई अधिनियम में कहीं भी कोटे की सीटों पर दाखिले के बाद दोबारा आय प्रमाण पत्र जमा करने का कोई उल्लेख नहीं है। इसके बावजूद, स्कूल प्रबंधन द्वारा हर साल ऐसा करना नियमों का सीधा उल्लंघन है।
स्कूल डायरी और आई-कार्ड के नाम पर वसूली
इसके अतिरिक्त, अभिभावक संघ ने स्कूल प्रबंधन पर एक और गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि स्कूल डायरी और पहचान पत्र (आईडेंटिटी कार्ड) के नाम पर प्रत्येक बच्चे से 370 रुपये वसूले जा रहे हैं, जबकि अन्य स्कूलों में आरटीई कोटे की सीटों पर नामांकित विद्यार्थियों से इस तरह का कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है।
कार्रवाई की मांग
इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, अभिभावक संघ ने उपायुक्त से पुरजोर आग्रह किया है कि वे एडीएलएस सनशाइन स्कूल को आरटीई कोटे की सीटों पर नामांकित बच्चों से प्रत्येक वर्ष बीपीएल आय प्रमाण पत्र और स्कूल डायरी व आई-कार्ड के नाम पर की जा रही शुल्क वसूली पर तत्काल रोक लगाएं, ताकि गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की बाधा न आए। इस मामले पर अब जिला प्रशासन की कार्रवाई का इंतजार है।