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Jharkhand High Voltage Drama : 27 घंटे हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद डुमरी विधायक जयराम महतो समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज

by Anand Mishra
Jharkhand High Voltage Drama
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बेरमो/फुसरो : चंद्रपुरा थाना क्षेत्र के मकोली सेंट्रल कॉलोनी में CCL के D-2 क्वार्टर पर अवैध कब्जा करने के मामले में डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो और जेएलकेएम (JLKM) के सात नामजद कार्यकर्ताओं समेत 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। CCL सुरक्षा अधिकारी सुरेश सिंह द्वारा दर्ज कराए गए आवेदन में आरोप लगाया गया है कि 25 दिसंबर को जेएलकेएम कार्यकर्ताओं ने जबरन क्वार्टर में घुसकर वहां रह रहे प्रशिक्षुओं को बाहर निकाल दिया और अभद्रता की।

क्या है मामला, कैसे शुरू हुआ विवाद?

विगत 25 दिसंबर की शाम जेएलकेएम कार्यकर्ताओं ने सीसीएल के डी-2 क्वार्टर पर झंडा, बैनर, कुर्सी और दरी लगाकर कब्जा कर लिया। उस वक्त क्वार्टर में सीसीएल के प्रबंधन प्रशिक्षु आयुष्मान कुमार मौजूद थे। इस संबंध में सूचना पाकर सीआईएसएफ (CISF) और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से क्वार्टर खाली कराने का प्रयास किया, लेकिन जेएलकेएम कार्यकर्ता अड़े रहे। रात करीब दो बजे डुमरी विधायक जयराम महतो वहां पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से तीखी बहस करने लगे। विधायक ने प्रशासन पर बदसलूकी और अवैध कब्जा को लेकर कार्रवाई न करने के आरोप लगाया।

27 घंटे बाद खाली हुआ क्वार्टर


घटना के बाद बेरमो एसडीएम मुकेश मछुआ के नेतृत्व में विभिन्न थाना प्रभारियों और बीडीओ-सीओ की टीम ने मोर्चा संभाला। 27 घंटे के ड्रामे के बाद विधायक समर्थकों ने क्वार्टर खाली किया।

विधायक की मांग
विधायक जयराम महतो का कहना था कि सीसीएल के हजारों क्वार्टरों पर बाहरी लोगों का अवैध कब्जा है। उन्होंने मांग की कि सीसीएल प्रबंधन सभी अवैध कब्जों को खाली कराए।

क्वार्टर का बैकग्राउंड

सीसीएल ढोरी क्षेत्र की कार्मिक प्रबंधक कुमारी माला के अनुसार डी-2 क्वार्टर को 19 दिसंबर को तीन प्रशिक्षु खनन पदाधिकारियों विनय शर्मा, राहुल राज और प्रद्युम्न कुमार के नाम आवंटित किया गया था। इससे पहले यह क्वार्टर एक सेवानिवृत्त अधिकारी के पास था।

विधायक समर्थकों की सफाई


विधायक समर्थकों ने दावा किया कि उन्होंने कई बार क्वार्टर आवंटन के लिए आवेदन किया, लेकिन प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया। उनका कहना है कि उनका मकसद क्वार्टर कब्जा करना नहीं, बल्कि सीसीएल प्रबंधन की निष्क्रियता को उजागर करना था।

विधायक और प्रशासन के बयान


“संवैधानिक तरीके से क्वार्टर लेने का आग्रह करें। गेट तोड़ना और जबरन कब्जा करना नियम के खिलाफ है। सभी को संविधान का पालन करना चाहिए।” मुकेश मछुआ, एसडीएम।

“हमारा मकसद सिर्फ अवैध कब्जे को हाईलाइट करना था। प्रबंधन को जल्द से जल्द अन्य अवैध कब्जों पर कार्रवाई करनी चाहिए। हमारा क्वार्टर से कोई मोह नहीं है।” जयराम महतो, विधायक।

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