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महाकुंभ में भगदड़ के बाद सीएम योगी का बयान, कहा- जो जहां हैं, उसी घाट पर स्नान करें

स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि सभी श्रद्धालु संगम में ही स्नान करने का जिरह छोड़कर निकटतम घाट पर स्नान करें।

by Reeta Rai Sagar
मौनी अमावस्या
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प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने महाकुंभ में पहुंचे श्रद्धालुओं और उनके परिजनों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो श्रद्धालु मां गंगा के जिस घाट के पास हैं, वे वहीं स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें।

श्रद्धालु दिशा-निर्देशों का पालन करें

राज्य के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि स्नान के लिए कई घाट तैयार किए गए हैं, जहां श्रद्धालु स्नान कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने और व्यवस्था बनाने में सहयोग करने का भी अनुरोध किया।

महाकुंभ के मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने मुख्यमंत्री को भगदड़ के कारणों के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा, डीजीपी प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद प्रयागराज प्रशासन के लगातार संपर्क में बने हुए हैं।

संगम में ही स्नान करने की जिरह न करें

मुख्यमंत्री योगी के साथ-साथ महाकुंभ में पहुंचे धर्मगुरुओं ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है। स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि सभी श्रद्धालु संगम में ही स्नान करने का जिरह छोड़कर निकटतम घाट पर स्नान करें। उन्होंने श्रद्धालुओं से यह भी कहा कि वे अपने शिविर से बाहर न निकलें और अपनी तथा दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखें। स्वामी रामभद्राचार्य ने सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने की अपील की।

भक्ति में अतिश्योक्ति न करेंः बाबा रामदेव

योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि करोड़ों श्रद्धालुओं के इस भारी हुजूम को देखते हुए उन्होंने फिलहाल केवल सांकेतिक स्नान किया है और समूचे राष्ट्र तथा विश्व के कल्याण की कामना की है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे भक्ति में अतिश्योक्ति न करें और आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानीपूर्वक स्नान करें।

श्रद्धालुओं की सुरश्रा पहली प्राथमिकता

महाकुंभ में मचे भगदड़ के बाद जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने भी सांकेतिक स्नान किया और श्रद्धालुओं से सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपील की।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बताया कि इस समय 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं और इतनी बड़ी संख्या में भीड़ को नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि उनके लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है।

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