रांची: बेड़ो प्रखंड के जामटोली गांव में परिवारिक त्रासदी से गुजर रहे चार अनाथ बच्चों को सरकार और समाज का सहारा मिला है। झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की सोमवार को खुद जामटोली पहुंचीं और इन मासूम बच्चों का दुख साझा किया। गौरतलब है कि इन बच्चों की मां पंची उरांव का निधन 8 मई को लंबी बीमारी के बाद हो गया था। अगले ही दिन, 9 मई को पिता गणेश उरांव की भी मृत्यु हो गई। महज दो दिनों में माता-पिता दोनों को खो देने वाले इन चार बच्चों के सिर से साया उठ गया। इस हृदयविदारक घटना के बाद मंत्री ने त्वरित संज्ञान लिया और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर पीड़ित बच्चों से मुलाकात की।
बच्चों को नहीं होगी परेशानी
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने आश्वासन दिया कि बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि घर की दो बड़ी बेटियों का नामांकन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कराया जाएगा, जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं तीन बच्चों को झारखंड बाल संरक्षण आयोग के माध्यम से प्रति माह चार हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त बच्चों की मानसिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए काउंसलिंग की व्यवस्था भी की गई है। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और समाज मिलकर इन बच्चों के लिए परिवार का काम करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ित परिवार को राशन कार्ड, पक्का मकान योजना और अन्य सरकारी योजनाओं का त्वरित लाभ दिया जाए। कृषि मंत्री ने यह संदेश भी दिया कि कठिन समय में सरकार और समाज दोनों हर जरूरतमंद के साथ खड़े हैं।


