दिल्लीः शहीद भगत सिंह फाउंडेशन के प्रेसीडेंट जितेंद्र सिंह शंटी, यह नाम कोरोनाकाल के दौरान चर्चा में आया, तब लोगों ने उन्हें एंबुलेंस मैन नाम दे दिया। आज जितेंद्र सिंह ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। शंटी बीजेपी से भी विधायक रह चुके है।
आप में सामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि मैं तीन बार विधायक रह चुका हूं, लेकिन मैं राजनीति से दूर हो गया था। कोविड के दिनों में मैंने लोगों के लिए काम किया। जब मैं लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार कर रहा था, तब मुझे अरविंद केजरीवाल ने साथ काम करने के लिए बुलाया था। मैं और अरविंद केजरीवाल दोनों ही भगत सिंह के अनुयायी है।
2021 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित शंटी ने 2013 में बीजेपी की टिकट पर दिल्ली के शाहदरा से जीत हासिल की थी। शंटी को शहीद भगत सिंह सेवा दल नाम के एजीओ के लिए भी जाना जाता है। केजरीवाल के संबंध में बात करते हुए शंटी ने कहा कि केजरीवाल ने मुझसे कहा कि हम चिकित्सा सेवाओं के माध्यम से असहाय लोगों की मदद करते है और आप लोगों की मौत के बाद असहायों के लिए काम करते है।
शंटी का आम आदमी पार्टी में स्वागत करते हुए केजरीवाल ने कहा कि जितेंद्र सिंह शंटी का हमारी पार्टी में शामिल होना हमारे लिए सम्मान की बात है। समाज की सेवा करने के प्रति उनका समर्पण दिल्ली के लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्धता पर पूरी तरह सटीक बैठता है।
कुछ दिनों पहले मशहूर शिक्षाविद् अवध ओझा भी आम आदमी पार्टी में शामिल हुए, उनका मकसद शिक्षा को बेहतर बनाना है। इसी तरह दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को झटका देते हुए प्रवेश रतन ने भी आप की सदस्यता ग्रहण की। प्रवेश ने 2020 में बीजेपी की टिकट पर पटेल नगर से चुनाव लड़ा था। हांला कि वे हार गए थे।