जमशेदपुर : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत जमशेदपुर में डेंगू के मरीजों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। यहां अब तक दो महिलाओं की मौत हो चुकी है और 21 मरीजों की पुष्टि हुई है। छोटा गोविंदपुर क्षेत्र इस बीमारी का नया हॉटस्पॉट बनकर उभरा है, जहां सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। यह स्थिति तब और भी चिंताजनक हो जाती है, जब हाल ही में शहर को देश भर में स्वच्छता सर्वेक्षण-2025 में तीसरा स्थान मिला है।
डेंगू से दो महिलाओं की मौत, स्वास्थ्य विभाग सतर्क
डेंगू से मरने वाली दोनों महिलाएं छोटा गोविंदपुर क्षेत्र की रहने वाली थीं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक इन मौतों का कारण डेंगू नहीं माना है, लेकिन उनके लक्षण और चिकित्सकीय जानकारी इसी ओर इशारा करते हैं। पहली मृतक, 35 वर्षीय वीणा सिंह को तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत और उल्टी-दस्त के बाद टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रारंभिक जांच में डेंगू पॉजिटिव की रिपोर्ट सामने आई, लेकिन औपचारिक पुष्टि का इंतजार है।
बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चिंता, 21 मरीजों की पुष्टि
पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग और आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है। अब तक 162 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई है, जिनमें से 21 में डेंगू की पुष्टि हुई है। इन 21 मरीजों में से 13 अकेले छोटा गोविंदपुर क्षेत्र के हैं, जो इस क्षेत्र में स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
डेंगू से बचाव के लिए सावधानी बरतें
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे डेंगू से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतें। चूंकि डेंगू का मच्छर दिन में काटता है, इसलिए पूरे बाजू के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का उपयोग करें। अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि यह मच्छरों के पनपने की मुख्य जगह होती है। अगर आपको बुखार, उल्टी, कमजोरी या सिरदर्द जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न लें।