दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के आगामी प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने एक जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। वर्मा ने यमुना नदी की सफाई के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किए गए वादे को पूरा न करने पर उनके पुतले को यमुना के गंदे पानी में विसर्जित किया। इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य दिल्ली सरकार की विफलताओं को उजागर करना था, खासकर यमुना सफाई के मुद्दे पर।
प्रवेश वर्मा ने आईटीओ क्षेत्र में नदी के किनारे पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल का यमुना सफाई का वादा पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया, “11 साल सत्ता में रहने और 8,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद ‘आप’ सरकार यमुना की सफाई का वादा पूरा करने में पूरी तरह विफल रही। यह दिल्ली की जनता के साथ एक बड़ा विश्वासघात है।”
वर्मा ने आगे कहा कि केजरीवाल का दावा था कि वे 2025 तक गंगा को साफ कर देंगे, लेकिन वास्तव में स्थिति और भी खराब हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका पुतला विसर्जित करके वे दिल्लीवासियों के सामने केजरीवाल की विफलता को लाना चाहते हैं, ताकि लोग यह समझ सकें कि उनकी सरकार ने सिर्फ खोखले वादों से दिल्ली को भर दिया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में अरविंद केजरीवाल ने स्वीकार किया था कि यमुना सफाई का वादा वह पूरा नहीं कर पाए। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनकी सरकार फिर से बनती है, तो अगले दो से तीन साल में यमुना को साफ करने का काम पूरा किया जाएगा। लेकिन वर्मा ने इस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केजरीवाल का कार्यकाल सिर्फ “खोखले वादों और झूठे दावों” तक सीमित रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल में यमुना को साफ करने की नीयत और क्षमता दोनों का अभाव है।
प्रवेश वर्मा ने इस प्रदर्शन को दिल्ली के नागरिकों को यह याद दिलाने के रूप में देखा कि अब समय आ गया है जब दिल्ली को झूठे वादों से मुक्त किया जाए। उनका कहना था, “यह प्रदर्शन इस बात का स्पष्ट संदेश देता है कि जब तक ‘झूठ और दुष्प्रचार’ की राजनीति चलेगी, तब तक दिल्ली की समस्याओं का समाधान नहीं होगा।”
इस प्रदर्शन के माध्यम से वर्मा ने एक बार फिर से केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की नीतियों और कार्यों पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को हमेशा बड़े-बड़े वादों के अलावा कुछ नहीं दिया, और अब समय आ गया है जब दिल्ली की राजनीति में बदलाव की आवश्यकता है।
इस विरोध प्रदर्शन ने यमुना सफाई के मुद्दे को दिल्ली की राजनीति में एक प्रमुख मुद्दा बना दिया है, और इससे आगामी विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे की अहमियत और भी बढ़ सकती है।
मेटा डिस्क्रिप्शन : Arvind Kejriwal : इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य दिल्ली सरकार की विफलताओं को उजागर करना था, खासकर यमुना सफाई के मुद्दे पर।
Read also Republic Day : टाटानगर रेलवे स्टेशन पर100 फीट ऊंचे पोल पर फहराया जाएगा तिरंगा