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चंदे से चुनावी अभियान को मजबूती : चार घंटे में 10 लाख रुपये जुटाने में सफल हुईं CM आतिशी

by Rakesh Pandey
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नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रमुख नेता आतिशी ने हाल ही में विधानसभा चुनाव के लिए क्राउड फंडिंग की अपील की थी और उन्होंने सार्वजनिक रूप से 40 लाख रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था। आश्चर्यजनक रूप से, मात्र चार घंटों के भीतर उन्होंने 10 लाख रुपये से अधिक का चंदा हासिल कर लिया है।

आतिशी की अपील और चंदा जमा करने की प्रक्रिया

रविवार को मुख्यमंत्री आतिशी ने जनता से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए वित्तीय मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने बताया कि उन्हें चुनाव में खर्च के लिए कुल 40 लाख रुपये की आवश्यकता है और इस राशि के लिए वह 100 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक के छोटे योगदान की अपील कर रही थीं।

आतिशी की अपील के बाद, उन्हें 176 दानदाताओं से कुल 10,32,000 रुपये का चंदा प्राप्त हुआ है। यह राशि महज चार घंटे में जुटाई गई, और अब यह माना जा रहा है कि कुछ ही घंटों में 40 लाख रुपये का लक्ष्य भी पूरा हो जाएगा।

दिल्ली की जनता से मिली भरपूर मदद

आतिशी ने इस मौके पर दिल्ली के नागरिकों से किए गए समर्थन का जिक्र करते हुए कहा कि पहले भी दिल्लीवासियों ने पार्टी और उनके नेतृत्व को समर्थन दिया है। उन्होंने बताया कि छोटे-छोटे दान से उन्हें बहुत बड़ी मदद मिली है। दिलचस्प यह है कि दिल्ली के सबसे गरीब नागरिकों ने 10 से लेकर 100 रुपये तक की राशि का योगदान किया है। इसके अलावा, केवल दिल्ली ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी उन्हें मदद मिल रही है, जो उनकी अपील का विस्तार दर्शाता है।

आतिशी ने यह भी कहा कि उन्हें इससे यह विश्वास मिलता है कि दिल्ली की जनता उनके और उनकी पार्टी के कामों को लेकर सकारात्मक विचार रखती है और उन्हें चुनाव में जीतने के लिए तैयार हैं।

मुख्यमंत्री ने साधा निगमों और पूंजीपतियों पर निशाना

अपने इस अपील में, आतिशी ने सत्ता में मौजूद बड़े कॉरपोरेट्स और पूंजीपतियों द्वारा चुनावों के लिए जुटाए जाने वाले धन पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने कभी भी बड़े दिग्गजों से धन नहीं लिया, जबकि अन्य पार्टियां बड़े व्यवसायियों से धन लेती हैं और फिर उनके लिए काम करती हैं। उनका यह भी कहना था कि अगर आम आदमी पार्टी ने बड़े उद्योगपतियों से फंडिंग ली होती, तो पार्टी के पास मुफ्त बिजली, पानी, मोहल्ला क्लीनिक जैसी योजनाएं देने के लिए संसाधन नहीं होते।

आतिशी ने यह साफ किया कि उनके नेतृत्व में पार्टी ने हमेशा आम जनता के भले के लिए काम किया है और उनका लक्ष्य पूरी तरह से दिल्ली के नागरिकों की भलाई करना है।

दिल्ली चुनाव की अहमियत और आगामी मतदान

दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होने जा रहे हैं, जहां राज्य की 70 सीटों पर मतदान होगा। इसके बाद, 8 फरवरी को चुनाव परिणाम आएंगे। पिछले चुनावों में आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्रमशः 67 और 62 सीटें जीती थीं। अब पार्टी का लक्ष्य तीसरी बार जीत हासिल करना है। इस बार दिल्ली में 1.55 करोड़ से ज्यादा वोटर्स हैं, जिनमें पुरुषों की संख्या 83,49,645, महिला वोटरों की संख्या 71,73,952 और थर्ड जेंडर वोटरों की संख्या 1,261 है।

आतिशी की राजनीति और केजरीवाल सरकार का योगदान

मुख्यमंत्री ने इस दौरान यह भी बताया कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने हमेशा आम आदमी के लिए काम किया है और उनकी पार्टी का ध्यान केवल जनहित की योजनाओं पर है। यदि वे बड़े उद्योगपतियों से फंड लेते, तो शायद उन्हें जनता की कल्याणकारी योजनाओं के लिए पर्याप्त पैसा नहीं मिलता।

आतिशी के इस अपील और उनके द्वारा जुटाए गए फंड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनके नेतृत्व में आम आदमी पार्टी पूरी तरह से जनता पर निर्भर है और चुनावी दान के लिए उनकी नीति पारदर्शिता और ईमानदारी की ओर इशारा करती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि किस तरह से यह क्राउड फंडिंग का मॉडल दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए चुनावी सफलता में बदलता है और क्या वे अपने इस समर्थन को वोटों में बदलने में सफल होते हैं।

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