रांची : रांची महानगर जिला कार्यालय में शनिवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन (CHAMPAI SOREN) की उपस्थिति में ‘अटल विरासत सम्मेलन’ (ATAL VIRASAT SAMMELAN) आयोजित किया गया। इस दौरान झारखंड के विकास के लिए समर्पित भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। अध्यक्षता जिला अध्यक्ष वरुण साहु ने की, जबकि कार्यक्रम में संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। चंपाई सोरेन ने अटल बिहारी वाजपेयी की यादों को साझा करते हुए कहा कि अटल जी के नेतृत्व में ही झारखंड को अलग राज्य का दर्जा मिला।
उन्होंने यह उल्लेख किया कि अटल जी ने लोकसभा चुनाव के दौरान वादा किया था कि अगर भाजपा की सरकार बनी तो झारखंड को अलग राज्य का दर्जा मिलेगा और उन्होंने अपना वादा पूरा किया। चंपाई सोरेन ने कहा, अगर अटल जी नहीं होते, तो कांग्रेस झारखंड को अलग राज्य नहीं बनने देती और झारखंड अस्तित्व में नहीं आता।
आदिवासियों के लिए काम कर रहे मोदी
चंपाई सोरेन ने आगे कहा कि उनके शासनकाल में पहली बार आदिवासी मंत्रालय बनाया गया। आज अगर आदिवासियों के कल्याण के लिए कोई काम कर रहा है तो वह भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी सरकार है। उन्होंने मोदी सरकार द्वारा चलाए जा रहे एकलव्य मॉडल विद्यालय योजना का भी उल्लेख किया, जो आदिवासी बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
कांग्रेस को आदिवासियों की चिंता नहीं
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी भी आदिवासियों के कल्याण के प्रति चिंता नहीं करती। उन्होंने यह भी बताया कि डेमोग्राफी पर केवल भारतीय जनता पार्टी ही चिंतित है और इस मुद्दे को सशक्त रूप से उठाने वाली पार्टी केवल भाजपा है।
ये रहे मौजूद
सम्मेलन का संचालन जिला महामंत्री जितेंद्र वर्मा ने किया, जबकि महामंत्री बलराम सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. सूर्यमणि सिंह, लाल राजेंद्र नाथ शाहदेव, पूर्व विधायक समरी लाल, डॉ. जीतू चरण राम और अन्य कई पदाधिकारी समेत कार्यकर्ता उपस्थित थे।