बिहार: दरभंगा जिले के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के अभंडा गांव में एक बड़ी घटना घटी, जहां पुलिस टीम पर अपराधी को गिरफ्तार करने के दौरान भीड़ ने हमला कर दिया। यह हमला इतना हिंसक था कि पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी की गई और उनके हथियार छीनने की कोशिश की गई। हमले में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत इलाज के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) में भर्ती कराया गया। घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि स्थिति पर काबू पाया जा सके और अपराधियों को पकड़ने में मदद मिल सके।
पुलिस पर हमला और हथियार छीनने की कोशिश
यह पूरा घटनाक्रम उस समय हुआ जब दरभंगा पुलिस टीम कोर्ट के आदेश पर फरार आरोपी जितेंद्र कुमार यादव को गिरफ्तार करने पहुंची थी। जितेंद्र पर वारंट और कुर्की की कार्रवाई का मामला था। पुलिस ने जैसे ही उसे गिरफ्तार किया, गांव के लोग उग्र हो गए और पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। हमलावरों ने पुलिस टीम पर जमकर पत्थरबाजी की, जिससे पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके अलावा, हमलावरों ने पुलिसकर्मियों से उनके हथियार छीनने की भी कोशिश की। इस हिंसक हमले से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और पुलिसकर्मी खुद को बचाने के लिए संघर्ष करते रहे।
घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया
हमले में घायल पुलिसकर्मियों को तत्काल दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) में भर्ती कराया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुछ पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर है, लेकिन वे अब खतरे से बाहर हैं और उनका इलाज चल रहा है। घटनास्थल पर हुए हमले के बाद, पुलिस विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए।
सख्त कार्रवाई की चेतावनी
घटना के बाद, दरभंगा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया और पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी। सिटी एसपी अशोक कुमार और सदर एसडीपीओ अमित कुमार की अगुआई में एक बड़ी पुलिस टीम घटनास्थल पर भेजी गई। पुलिस ने इलाके में कड़ी निगरानी रखी और यह सुनिश्चित किया कि और कोई हिंसक घटना न हो। इसके साथ ही, पुलिस ने इस हमले में शामिल आरोपियों की पहचान करने के लिए अभियान शुरू किया और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की हिंसा और पुलिस पर हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिसकर्मियों पर हमले करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दोषियों को सजा मिले।
घटना की जांच और आगे की कार्रवाई
घटना के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं और हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए विभिन्न उपायों पर विचार करना शुरू कर दिया है, ताकि इस हिंसक घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सके। पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि गांवों में पुलिसकर्मियों को कानून के मुताबिक कार्रवाई करने में मुश्किलें आ सकती हैं, जब स्थानीय लोग उग्र हो जाते हैं। पुलिस विभाग अब इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए अपने कदम और सख्त करने पर विचार कर रहा है।