स्पोर्ट्स डेस्क, अहमदाबाद। ऑस्ट्रेलिया ने विश्व कप के फाइनल मुकाबले में भारत को हराकर 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में रविवार को हुए खिताबी मुकाबले को छह विकेट से जीत कर खिताब अपने नाम कर लिया। ऑस्ट्रेलिया छठी बार विश्व विजेता बना है। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। भारत की तरफ से कप्तान रोहित शर्मा ने ताबड़तोड़ 47 रन बनाकर टीम को तेज तर्रार शुरुआत दी।
लेकिन, हिटमैन के विकेट के बाद विराट को छोड़ दें तो टॉप ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गये, जिसके बाद रनों में मंदी नजर आई। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज हेड ने शानदार बल्लेबाजी के साथ जीत सुनिश्चित की। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 विकेट खोकर 240 रन बनाए थे। विश्वकप 2023 में विराट कोहली को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब दिया गया, जबकि ट्रैविस हेड प्लेयर ऑफ द मैच रहे।
ऑस्ट्रेलिया के सामने रखा 241 रनों का लक्ष्य
मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम कुल विकेट के नुकसान पर 240 रन ही बना सकी। इस बीच केएल राहुल ने 107 गेंदों पर 66 और विराट कोहली ने 63 गेंदों पर 54 रनों की धीमी पारी खेली, लेकिन टीम को संभाला। कप्तान रोहित शर्मा ने 31 गेंदों पर 47 रन बनाए थे। जबकि, सूर्यकुमार यादव 28 गेंदों पर महज 18 रन ही बना सके। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए मिचेल स्टार्क ने 3 विकेट लिए। वहीं, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड ने 2-2 सफलता हासिल की।
डेथ ओवर्स में भारत ने 5 विकेट खोए
डेथ ओवर्स में भारत ऑलआउट हो गया। आखिरी 10 ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने दबदबा बनाए रखा। इस दौरान सबसे बड़ा ओवर 8 रन का ही आया। 5 विकेट गिर जाने के बाद 42वें, 44वें और 45वें ओवर में विकेट खो दिया। इसके बाद सूर्यकुमार यादव के साथ ही गेंदबाजों पर रन बनाने की बारी आ गई। लगातार विकेट गिरने के कारण भारतीय प्लेयर्स ज्यादा रन नहीं बना सके। सूर्या भी 48वें ओवर में आउट हो गए। टीम ने आखिरी 10 ओवर में 43 रन जोड़े और 5 विकेट खोए।
फिर चूका भारत
दूसरी ओर 241 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 4 विकेट गंवाकर मैच और खिताब अपने नाम कर लिया। मैच में ट्रेविस हेड ने 137 रनों की मैच विनिंग शतकीय पारी खेली। जबकि, मार्नस लाबुशेन ने नाबाद 58 रन बनाए। भारतीय गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह ने 2 और मोहम्मद शमी के साथ मोहम्मद सिराज ने 1-1 विकेट लिया। इस तरह रोहित शर्मा इस बार कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी का इतिहास दोहराने से चूक गए। कपिल देव ने 1983 और धोनी ने 2011 में चैम्पियन बनाया था। जबकि, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने छठी बार खिताब जीता है।
भारतीय बल्लेबाजों के कंधों पर जिम्मेदारी
सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल दहाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर पाए। इसके अलावा, पिछले मैच में सेंचुरी ठोकने वाले श्रेयस अय्यर भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। अय्यर महज 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। केएल राहुल ने टीम को बेहतर स्कोर तक पहुंचाया। राहुल ने 107 गेंद में 66 रन की बेहद धीमी पारी को अंजाम दिया, जिसमें महज एक चौका शामिल था। इन पारियों की बदौलत ब्लू जर्सी टीम जैसे-तैसे 240 रन के आंकड़े तक पहुंची और सारी जिम्मेदारी भारतीय टीम के गेंदबाजों के कंधों पर आ गई।
ट्रेविस हेड भारत और ट्रॉफी के सामने बने दीवार
241 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया टीम ने पहले ही ओवर में 15 रन बना लिए। दूसरा ओवर में आए मोहम्मद शमी ने पहली ही बॉल पर डेविड वॉर्नर को स्लिप में कोहली के हाथों कैच करा दिया। नंबर-3 पर उतरे मिचेल मार्श ने तेजी से रन बनाए, लेकिन 5वें ओवर में उन्हें जसप्रीत बुमराह ने पवेलियन पर भेज दिया। बुमराह ने 7वें ओवर में स्टीव स्मिथ को भी एलबीडब्ल्यू कर दिया। 47 रन के स्कोर 3 विकेट गंवाने के बाद भी टीम ने 10 ओवर में 60 रन बना लिए। ट्रेविस हेड भारत और ट्रॉफी के सामने दीवार बनकर खड़े रहे। उन्होंने 120 गेंद में 130 रन की मैच विनिंग पारी को अंजाम दिया। दूसरे साइड मार्नस लाबुशेन ने सूझ-बूझ भरी पारी से टीम इंडिया को मुश्किल में डाल दिया। दोनों बल्लेबाजों के सामने बुमराह, शमी और जडेजा से लेकर भारत की सभी गेंदबाजी शक्तियां फेल नजर आईं।
छठी बार क्रिकेट वर्ल्ड कप चैंपियन बना ऑस्ट्रेलिया
दोनों टीम अब तक वर्ल्ड कप में 14 बार भिड़ी है, जहां ऑस्ट्रेलिया ने 9 बार जीत दर्ज की है, तो केवल 5 बार टीम इंडिया को जीत मिली है। इस मुकाबले को जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह नॉकआउट मुकाबले में विरोधी टीम के लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। शुरुआती दो मुकाबला हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 9 मुकाबला जीतकर छठी बार खिताब पर कब्जा जमाया।