अयोध्या : उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के मौके पर भव्य समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर 11 से 13 जनवरी तक विशेष कार्यक्रम होंगे, जिसमें राज्य और देशभर से लोग और विशेष अतिथियों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। खास बात यह है कि इस बार आम लोगों को भी इस आयोजन का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा, जो पिछले साल के ऐतिहासिक प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए थे।
110 वीआईपी मेहमानों की उपस्थिति
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी दी कि इस बार कार्यक्रम में 110 वीआईपी मेहमानों को बुलाया गया है। इनमें वे व्यक्ति शामिल हैं, जो पिछले वर्ष हुए प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आ सके थे। अयोध्या में आयोजन के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं, जिसमें एक विशाल जर्मन हैंगर टेंट का निर्माण भी किया गया है। यह टेंट अंगद टीला स्थल पर बनाया गया है और यहां करीब 5,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
शास्त्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
इस तीन दिवसीय उत्सव के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और राम कथा प्रवचन का आयोजन किया जाएगा। समारोह में आम लोग भी सक्रिय रूप से भाग ले सकेंगे। मंदिर के मंडप और यज्ञशाला में प्रतिदिन शास्त्रीय सांस्कृतिक प्रदर्शन, अनुष्ठान और राम कथा का आयोजन होगा। इसके साथ ही रामचरितमानस पर प्रवचन और अन्य धार्मिक कार्यक्रम भी होंगे।
हर दिन दोपहर दो बजे से राम कथा का आयोजन होगा और इसके बाद रामचरितमानस पर प्रवचन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सुबह के समय प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि श्रद्धालु आध्यात्मिक आनंद और भक्ति का अनुभव कर सकें।
यज्ञ स्थल और मंडप की सजावट
यज्ञ स्थल और मंडप की सजावट की तैयारी भी अंतिम चरण में है। इन कार्यक्रमों के दौरान विशेष रूप से यज्ञ स्थल और मंडप में आकर्षक सजावट की जाएगी, जिससे भक्तों को एक दिव्य वातावरण का अनुभव हो सके। इस अवसर पर आयोजित किए जा रहे धार्मिक अनुष्ठान और सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों को एक गहरी आध्यात्मिक अनुभूति प्रदान करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही 11 जनवरी को राम मंदिर में रामलला के अभिषेक में अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है। यह आयोजन और भी भव्य और ऐतिहासिक बन जाएगा, क्योंकि मुख्यमंत्री के आगमन से इस कार्यक्रम को और अधिक महत्व मिलेगा।
तीन दिवसीय उत्सव में भाग लें
चंपत राय ने सभी निवासियों और तीर्थयात्रियों से आग्रह किया है कि वे इस तीन दिवसीय उत्सव का हिस्सा बनें और अयोध्या में रामलला की पूजा-अर्चना में भाग लें। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राम मंदिर के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी साबित हो सकता है।
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