देवघर : श्रावण मास के पावन अवसर पर झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में पवित्र बेलपत्र की प्रदर्शनी शुरू हो गई है, जो एक महीने तक लगातार मंदिर परिसर में लगाई जाएगी। यह अद्वितीय परंपरा सदियों से पंडा समाज द्वारा निभाई जा रही है, जिसमें दुर्लभ और विविध प्रकार के बेलपत्रों को प्रदर्शित किया जाता है।
Belpatra Pradarshani Significance : बेलपत्र प्रदर्शनी का पौराणिक महत्व
शिवपुराण और अन्य पौराणिक ग्रंथों में उल्लेखित है कि भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र अत्यंत प्रिय हैं। मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान जब भगवान शिव ने हलाहल विष का पान किया था, तब बेलपत्र की शीतलता से उन्हें शांति प्राप्त हुई थी। तभी से बेलपत्र शिव आराधना का अनिवार्य अंग बन गया है।
Panda Samaj Belpatra Parampara : सदियों पुरानी परंपरा निभा रहा है पंडा समाज
बैद्यनाथ धाम में बेलपत्र प्रदर्शनी की परंपरा पंडा समाज द्वारा सदियों से निभाई जा रही है। सावन माह में मकर संक्रांति की शुरुआत के साथ ही इस प्रदर्शनी का आयोजन होता है। पंडा समाज के पूर्वजों द्वारा शुरू की गई यह परंपरा आज भी उतनी ही श्रद्धा और समर्पण के साथ जीवंत है।
Rare Belpatra Varieties Displayed : बेलपत्र की दुर्लभ किस्में प्रदर्शनी में सजाई जाती हैं
प्रदर्शनी में दो मुखी, तीन मुखी, चार मुखी, सात मुखी से लेकर 21 मुखी बेलपत्र तक प्रदर्शित किए जा रहे हैं। सबसे अधिक संख्या में दो मुखी, तीन मुखी और सात मुखी बेलपत्र श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इन विशिष्ट बेलपत्रों को श्रद्धालु बड़े श्रद्धाभाव से निहारते हैं और उनकी तस्वीरें खींचते हैं।
Jungle Harvested Belpatra : जंगलों से लाकर तैयार होती है प्रदर्शनी
बेलपत्र प्रदर्शनी के लिए पंडा समाज की विशेष टोली झारखंड के घने जंगलों से बेलपत्र एकत्र करती है। यह कार्य अत्यंत जोखिमपूर्ण होता है, जहां पंडाओं को कई बार जंगली और जहरीले जानवरों का सामना करना पड़ता है। शिवभक्ति में लीन पंडा समाज इन बेलपत्रों को बारीकी से चुनकर प्रदर्शनी में सजाते हैं।
Belpatra Darshan and Beliefs : बेलपत्र के दर्शन से मिटते हैं पाप
पंडा समाज के अनुसार, इस प्रदर्शनी में सजाए गए बेलपत्रों के दर्शन मात्र से भक्तों के कई जन्मों के पाप समाप्त हो जाते हैं। यही नहीं, मान्यता है कि इन विशिष्ट बेलपत्रों को भगवान भोलेनाथ पर चढ़ाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
Only Belpatra Exhibition Among 12 Jyotirlingas : देवघर : 12 ज्योतिर्लिंगों में एकमात्र स्थान जहां लगती है बेलपत्र प्रदर्शनी
बैद्यनाथ धाम देश का एकमात्र ज्योतिर्लिंग स्थल है जहां बेलपत्र प्रदर्शनी का आयोजन होता है। अन्य किसी भी ज्योतिर्लिंग पर इस प्रकार की परंपरा नहीं देखने को मिलती, जो इसे विशिष्ट बनाती है। यह प्रदर्शनी न केवल धार्मिक भावनाओं से जुड़ी है, बल्कि देवघर की सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक है।
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