हजारीबाग (झारखंड) : बरही थाना क्षेत्र के रसोइया धमना बाराटोला गांव में रविवार देर रात एक दर्दनाक हादसे में पति-पत्नी की मौत हो गई। जर्जर मकान की छत भरभराकर गिर गई, जिसके मलबे में दबकर हबीब अंसारी (50 वर्ष) और उनकी पत्नी जुमेरा खातून की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब दोनों दंपती गहरी नींद में थे।
छत गिरने से मलबे में दबे, अस्पताल में मृत घोषित
स्थानीय लोगों के अनुसार, आधी रात को अचानक मकान की छत गिर गई। हादसा इतना भयावह था कि दंपती पूरी तरह मलबे में दब गए। जब पड़ोसियों ने शोर सुना, तो मौके पर पहुंचे और तुरंत मलबा हटाकर दोनों को बाहर निकाला। उन्हें बरही अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मकान की स्थिति पहले से थी जर्जर
ग्रामीणों का कहना है कि मकान काफी पुराना और कमजोर हो चुका था, जिसकी मरम्मत नहीं कराई गई थी। लगातार बारिश और समय के साथ कमजोर ढांचे के कारण छत गिर गई। यह हादसा बरही क्षेत्र के लिए एक बड़ी त्रासदी बनकर सामने आया है।
मृतक जुमेरा खातून थीं सक्रिय जनप्रतिनिधि
जुमेरा खातून वार्ड संख्या 9 की एक सक्रिय जनप्रतिनिधि थीं और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थीं। उनकी असामयिक मृत्यु ने गांव को गहरे शोक में डुबो दिया है। लोग उन्हें एक संवेदनशील और सामाजिक महिला के रूप में याद कर रहे हैं।
प्रशासन ने दी चार लाख रुपये की सहायता की घोषणा
घटना की सूचना मिलते ही बरही के अंचलाधिकारी (सीओ) अमित किस्कू सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। सीओ ने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा की श्रेणी में आता है और सरकारी प्रावधानों के तहत मृतकों के परिजनों को 4 लाख की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
पांच बच्चों के सिर से उठा मां-बाप का साया
मृतक दंपती अपने पीछे चार पुत्रियां और एक पुत्र को छोड़ गए हैं। अब इन मासूम बच्चों के सामने जीवन की एक नई और चुनौतीपूर्ण लड़ाई खड़ी हो गई है। गांववाले उनके भविष्य को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से स्थायी मदद की मांग कर रहे हैं।
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