गिरिडीहः डुमरी में पंचायत सेवक सुखराम महतो की आत्महत्या के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश और तनाव का माहौल बना हुआ है। परिजन, जेएलकेएम और आजसू समर्थक प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। वे आरोपी अधिकारियों की गिरफ्तारी और मुआवजा की मांग कर रहे हैं।

इस बीच डुमरी विधायक जयराम महतो और आजसू पार्टी की डुमरी विधानसभा प्रत्याशी यशोदा देवी भी प्रदर्शन में शामिल हो गई हैं। प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत जारी है ताकि धरना खत्म कराया जा सके।
बीडीओ अन्वेषा ओना छुट्टी पर, नए प्रभारी शशि भूषण वर्मा
इसी बीच एक नई जानकारी सामने आई है कि इस पूरे मामले में नामजद आरोपी डुमरी की प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) अन्वेषा ओना ने 14 जून 2025 से 20 जून 2025 तक चिकित्सकीय उपचार के लिए आकस्मिक अवकाश लिया है।
गिरिडीह जिला प्रशासन ने उनके अवकाश को स्वीकृत करते हुए शशि भूषण वर्मा, अंचल अधिकारी डुमरी को डुमरी बीडीओ का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। इस संबंध में उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी, गिरिडीह कार्यालय द्वारा आदेश जारी किया गया है।
परिजन बोले – आरोपियों की गिरफ्तारी कब होगी?
पंचायत सचिव सुखराम महतो की मौत को लेकर परिजनों ने बड़ा आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी गई, जिसके चलते उन्होंने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने बीडीओ अन्वेषा ओना, पीएमएवाई बी.सी. अजय कुमार, रोजगार सेवक अनिल कुमार साव (लक्ष्मणटुंडा) और मुखिया पति प्रमेश्वर नायक (बलथरिया) के खिलाफ केस दर्ज कराया है। लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रशासन पर दबाव है कि जल्द से जल्द मामले की जांच पूरी कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। 
सोमवार को डुमरी विधायक जयराम महतो मृत पंचायत सेवक सुखराम महतो के परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए। प्रदर्शन के दौरान प्रशासनिक हस्तक्षेप और ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह से हुई फोन पर बातचीत के बाद धरना समाप्त किया गया।
जयराम महतो ने जानकारी दी कि उनकी मंत्री से फोन पर बातचीत हुई, जिसमें मंत्री ने आश्वासन दिया कि वे अपने स्तर से मुआवजा दिलाने की हरसंभव कोशिश करेंगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विभागीय नियमों के अनुसार ऐसे मामलों में सीधे मुआवजे का प्रावधान नहीं है, फिर भी वे संवेदनशीलता के साथ इस मामले को देख रही हैं।
जयराम महतो ने यह भी बताया कि आरोपी बीडीओ के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इसी कारण धरना को समाप्त करने का निर्णय लिया गया। धरना समाप्त होने के बाद सुखराम महतो का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

 
														
