लखनऊ : उत्तरप्रदेश के हरदोई जिले में एक बड़ी विभागीय कार्रवाई करते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 16 इंजीनियर्स को सस्पेंड कर दिया। यह कार्रवाई यूपी के 10 जिलों में सड़क निर्माण में पाई गई, अनियमितताओं के मामले में की गई है। सीएम योगी ने हरदोई समेत दस जिलों में चल रहे, सड़क निर्माण कार्य की समीक्षा के आदेश लोक निर्माण विभाग को दिए थे, जिसमें गड़बड़ी पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई।
शुरू हुई विभागीय कार्रवाई
हरदोई में जिन अभियंताओं पर सड़क निर्माण घोटाले में गाज गिरी है, उनमें से अधीक्षण अभियंता सुभाष चंद्र और अधिशासी अभियंता सुमंत कुमार और शरद कुमार मिश्रा भी शामिल हैं। इन्हें कड़ी फटकार भी लगाई गई थी। इस मामले में और भी गहनता से जांच के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा कार्रवाई बैठाई गई है।
जांच में सामने आईं यह गड़बड़ियां
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इंजीनियर्स पर कार्रवाई के आदेश विगत अक्टूबर माह में ही दिया गया था। इसके बाद लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव अजय चौहान की अगुवाई में लोक निर्माण विभाग के सलाहकार वीके सिंह और विभागाध्यक्ष योगेश पवार ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की थी। जांच क्षेत्र में हरदोई में पलिया- लखनऊ राष्ट्रीय मार्ग से रद्देपुर, सकतपुर सांडी, शाहाबाद मार्ग, सहित दस जिले भी शामिल थे। इन सड़कों पर चौड़ीकरण, और नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा था। इन 10 जिलों में चल रहे सड़क निर्माण कार्य की विभागीय जांच में यह पाया गया कि सड़क निर्माण में प्रयोग की जा रही सामग्री तय मानक के अनुसार नहीं है। तारकोल और गिट्टी भी तय मानक से कम मात्रा में इस्तेमाल किया जा रहा था, जिससे सड़क के जल्द ही क्षतिग्रस्त होने की आशंका थी।
इन्हें किया गया सस्पेंड
लोक निर्माण विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई में जिन अभियंताओं को निलंबित किया गया है उनमें, अधीक्षण अभियंता सुभाष चंद्र, अधिशासी अभियंता सुमंत कुमार, शरद कुमार मिश्रा, के साथ ही साथ निर्माण खंड- 1 के सहायक अभियंता राजवीर सिंह, संतोष कुमार पांडे, जीएन सिंह, प्रांतीय खंड सहायक अभियंता रितेश कटियार व कृष्णकांत मिश्रा भी शामिल हैं। निलंबन की कार्रवाई 8 अवर अभियंताओं पर भी की गई है जिनमें रुचि गुप्ता, सत्येंद्र कुमार, मकरंद सिंह यादव, मोहम्मद शोएब, राजीव कुमार, अमर सिंह, अवधेश कुमार गुप्ता और वीरेंद्र प्रताप सिंह भी सम्मिलित है।