कैमूर : बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद शराब तस्करी में कमी नहीं आ रही है। तस्कर नए-नए तरीके अपनाकर अपनी अवैध गतिविधियों को अंजाम देने में जुटे रहते हैं, लेकिन पुलिस की सख्ती और चौकसी के कारण कई बार उनकी चालाकी पकड़ी जाती है। हाल ही में कैमूर जिले के उत्पाद विभाग की पुलिस ने शराब तस्करी के एक अनोखे तरीके का पर्दाफाश किया। पुलिस ने चार तस्करों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक ने अपने शरीर में शराब के पाउच चिपकाकर तस्करी की कोशिश की थी।
कैमूर पुलिस की कार्रवाई
कैमूर उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर गुंजेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की। तेलंगाना नहर पुल के पास पुलिस ने यूपी से आरा की ओर जा रहे एक टेंपो को जांच के लिए रोका। टेंपो की जांच के दौरान पुलिस को 155.880 लीटर शराब मिली, जिसके बाद दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इनकी पहचान आरा के वार्ड नंबर 29 के निवासी विकास पासवान और मोहम्मद समीर अली के रूप में हुई।
इसी दौरान, पुलिस को एनएच-2 चेकपोस्ट के पास भी एक और बड़ी सफलता मिली। यहां पुलिस ने दो युवकों को 11 लीटर शराब के साथ पकड़ा। इनमें से एक युवक ने शराब के पाउच अपने शरीर में चिपकाकर छिपा रखे थे। युवक ने टेप से शराब के पाउच अपने शरीर पर लपेट रखे थे और ऊपर से कपड़े पहनकर चल रहा था। पुलिस को शक हुआ और उसकी तलाशी ली तो उसके शरीर से शराब के पाउच बरामद हुए। इसके अलावा, एक अन्य युवक को बैग में शराब रखते हुए पकड़ा गया।
नये तरीकों से तस्करी की कोशिश
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि शराब तस्कर अब शराब की तस्करी के लिए बेहद जटिल और नया तरीका अपनाने लगे हैं। शरीर में शराब के पाउच चिपकाकर तस्करी का तरीका बेहद खतरनाक था, क्योंकि इसमें तस्कर आसानी से पकड़े नहीं जाते थे। हालांकि, पुलिस की सतर्कता और जांच प्रक्रिया ने इस अपराध को बेनकाब कर दिया। शराब तस्करों द्वारा अपनाए जा रहे ऐसे उपाय इस बात का संकेत हैं कि शराब तस्करी की समस्या कितनी गंभीर हो चुकी है और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।
शराबबंदी कानून की सख्त जरूरत
बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन इसके बावजूद राज्य में शराब की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। पुलिस और प्रशासन के द्वारा शराब तस्करी पर रोक लगाने के लिए समय-समय पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन फिर भी तस्कर नए-नए तरीकों से शराब की तस्करी करने में सफल हो जाते हैं। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि शराबबंदी कानून को और कड़ा किया जाए और तस्करों के खिलाफ और भी सख्त कदम उठाए जाएं। कैमूर उत्पाद विभाग की कार्रवाई ने यह दिखा दिया है कि यदि प्रशासन और पुलिस दृढ़ संकल्पित हो, तो शराब तस्करों को पकड़ा जा सकता है, भले ही वह कितने भी चालाक क्यों न हों।
सख्त कार्रवाई जारी है
कैमूर उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर गुंजेश कुमार ने बताया कि शराबबंदी कानून को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। रविवार को की गई कार्रवाई में चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गुंजेश कुमार ने कहा कि हमारी टीम लगातार शराब तस्करी के खिलाफ कार्यवाही कर रही है और भविष्य में भी इस पर सख्त नजर रखेगी।
इस कार्रवाई से यह संदेश भी जाता है कि कानून की आड़ में चल रहे अवैध कारोबार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस की यह सतर्कता और सख्ती तस्करों के लिए चेतावनी साबित हो सकती है कि वे अपनी अवैध गतिविधियों से बाज आएं, वरना उन्हें जेल की हवा खानी पड़ेगी।