सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिले से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है, जहां बागमती नदी में डूबने से एक ही परिवार के तीन सदस्य बह गए। घटना शुक्रवार, 17 अप्रैल की सुबह सीतामढ़ी के सुप्पी थाना क्षेत्र के अख्ता घाट पर हुई, जब परिवार मजार से लौट रहा था।
घटना में 27 वर्षीय नाजमी खातून और उनकी दो साल की मासूम बेटी नायरा खातून की मौत हो गई, जबकि पांच साल की बेटी तौसीर खातून अब भी लापता है। पीड़ित परिवार के मुखिया मोहम्मद तौसीर किसी तरह तैरकर अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन हादसे ने उनका पूरा परिवार छीन लिया।
धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने गया था पूरा परिवार
स्थानीय लोगों के अनुसार, पूरा परिवार गुरुवार को बैरगनिया के चकबा मजार पर एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने गया था। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद शुक्रवार की सुबह वे सभी बाइक से अपने घर सुप्पी लौट रहे थे। रास्ते में अख्ता घाट पर उन्होंने नदी पार करने के लिए नाव का सहारा लिया। लेकिन नाव पर चढ़ने के दौरान संतुलन बिगड़ गया और बाइक सहित पूरा परिवार नदी में गिर गया।
गोताखोरों की मदद से बच्ची की तलाश जारी
घटना के बाद घाट पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया, जिससे स्थानीय ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंचे। पुलिस को सूचना दी गई और स्थानीय लोगों की मदद से महिला और उसकी एक बेटी का शव बरामद कर लिया गया। वहीं, पांच साल की बच्ची की तलाश अभी भी जारी है।
पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित पति मोहम्मद तौसीर को घटना का गहरा सदमा पहुंचा है और वे लगातार बेहोशी की हालत में हैं। ग्रामीण उन्हें ढांढस बंधाने में लगे हैं।
यह हादसा न केवल एक परिवार को उजाड़ गया, बल्कि इसने प्रशासन और आम लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर ऐसे घाटों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम क्यों नहीं हैं। स्थानीय प्रशासन से यह सवाल उठने लगे हैं कि अख्ता घाट पर क्यों कोई जीवन रक्षक या नाव संचालन की निगरानी नहीं थी? अब तक की जानकारी के अनुसार राहत और खोजबीन का काम जारी है। प्रशासन ने नदी में गोताखोरों की मदद से लापता बच्ची को ढूंढने का प्रयास तेज कर दिया है।