Home » ‘एक मां और क्या मांग सकती है’: बिहार के एक गांव ने ऑपरेशन सिंदूर में एयर मार्शल एके भारती की भूमिका को किया सेलिब्रेट

‘एक मां और क्या मांग सकती है’: बिहार के एक गांव ने ऑपरेशन सिंदूर में एयर मार्शल एके भारती की भूमिका को किया सेलिब्रेट

1987 में भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त करने के बाद, एयर मार्शल भारती ने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।

by Reeta Rai Sagar
WhatsApp Group Join Now
Instagram Follow Now

नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती, जो वर्तमान में एयर ऑपरेशंस के महानिदेशक हैं, ने ऑपरेशन सिंदूर के सफल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह ऑपरेशन पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 भारतीय पर्यटकों की हत्या के प्रतिशोध में भारतीय वायुसेना द्वारा किया गया था।

एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती की पृष्ठभूमि

एयर मार्शल भारती बिहार के पूर्णिया जिले के झुन्नीकला गांव के निवासी हैं। उनके पिता, जीवाचल लाल यादव, सिंचाई विभाग में क्लर्क थे और मां उर्मिला देवी गृहिणी हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सैनिक स्कूल तिलैया से प्राप्त की और बाद में पुणे स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में प्रवेश लिया, जहां उन्होंने ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ प्राप्त किया।

1987 में भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त करने के बाद, एयर मार्शल भारती ने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। उन्होंने सुखोई-30 स्क्वाड्रन का नेतृत्व किया और हाल ही में प्रयागराज में केंद्रीय वायु कमान में वरिष्ठ वायु स्टाफ अधिकारी के रूप में कार्य किया। 2023 में उन्हें एयर मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया।

ऑपरेशन सिंदूर : एक रणनीतिक दृष्टिकोण

12 मई 2025 को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, एयर मार्शल भारती ने खुलासा किया कि पाकिस्तान ने चीन निर्मित PL-15 मिसाइलों और तुर्किए निर्मित Yih ड्रोन का उपयोग करके भारत पर हमले की कोशिश की थी। हालांकि, भारतीय वायुसेना ने ‘आकाश’ वायु रक्षा प्रणाली का उपयोग करके इन हमलों को विफल कर दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन पूरी तरह से पारंपरिक युद्ध के दायरे में रहा और इसमें किसी भी परमाणु सुविधा को लक्षित नहीं किया गया था।

इस ऑपरेशन के दौरान, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा का मुख्य प्रशिक्षण केंद्र भी शामिल था। इस कार्रवाई के बाद, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने पुष्टि की कि पाकिस्तान के किसी भी परमाणु सुविधा से कोई रेडिएशन लीक नहीं हुआ है, जिससे ऑपरेशन की पारदर्शिता और जिम्मेदारी की पुष्टि होती है।

झुन्नीकला गांव में गर्व और उत्साह

एयर मार्शल भारती की सफलता ने उनके पैतृक गांव झुन्नीकला में गर्व और उत्साह का संचार किया है। गांववाले बताते हैं कि उन्होंने हमेशा अपने माता-पिता के साथ मिलकर सरल जीवन जीने का आदर्श प्रस्तुत किया है। उनकी मां उर्मिला देवी ने कहा, ‘मेरा बेटा देशभक्त है। उसने देश को और हमारे परिवार को गर्व महसूस कराया है। एक मां के लिए इससे बढ़कर क्या हो सकता है’।

उनके पिता, जीवाचल लाल यादव, ने बताया कि उन्हें ऑपरेशन सिंदूर में उनके बेटे की भूमिका के बारे में मीडिया से ही जानकारी मिली। उन्होंने कहा, ‘हमारे बेटे ने हमें और पूरे देश को गर्व महसूस कराया है’।
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती की उपलब्धि न केवल भारतीय वायुसेना के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह भारत के छोटे गांवों से निकलकर राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान देने की प्रेरणा भी प्रदान करती हैं। उनकी सफलता यह दर्शाती है कि समर्पण, कठिन परिश्रम और देशभक्ति के साथ कोई भी व्यक्ति ऊंचाइयों को छू सकता है।

Related Articles