- एनईपी कमेटी की बैठक में लिया गया निर्णय
- स्नातक सेमेस्टर चार के मेजर पेपर में होगी यह व्यवस्था
धनबाद : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के अधीन धनबाद और बोकारो के कालेजों में स्नातक शैक्षणिक सत्र 2025-29 के दौरान नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों को भारतीय लेखकों द्वारा लिखित पाठ्य पुस्तकों को पढ़ने का मौका मिलेगा।
यह निर्णय शुक्रवार को नई शिक्षा नीति-2020 को लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर गठित कमेटी की बैठक में लिया गया। बैठक में यह माना गया कि विभिन्न विषयों में भारतीय ज्ञान का अपना महत्व है। ऐसे में जरूरी है कि भारतीय ज्ञान के माध्यम से छात्र-छात्राएं पढ़ाई करें।
बैठक में लिए गए निर्णय के संबंध में बीबीएमकेयू के एनईपी समन्वयक डा. हिमांशु शेखर चौधरी ने बताया कि एनईपी नियमों के तहत क्रेडिट फ्रेमवर्क में बदलाव किया जा रहा है। इसी को लेकर पाठ्यक्रम निर्माण की प्रक्रिया निर्धारित की जा रही है। बैठक में डीन छात्र कल्याण डा. पुष्पा कुमारी के नेतृत्व में विज्ञान संकाय के प्राध्यापकों एवं विभागाध्यक्षों की एक बैठक आयोजित की गई।
इसमें एनईपी के नए प्रविधानों के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार करने पर चर्चा हुई और निर्णय लिया गया। इसके तहत मेजर पेपर, एसोसिएटेड कोर कोर्स, इलेक्टिव पेपर और एडवांस पपेर पर विचार विमर्श किया गया। विशेष रूप से यह निर्णय लिया गया कि स्नातक सेमेस्टर चार यह पूरा पेपर भारतीय ज्ञान पर आधारित होगा।
यह एक सौ अंक का मेजर पेपर रहेगा। ताकि विभिन्न विषयों में भारतीय ज्ञान को पढ़ाया जा सके। डौ चौधरी ने बताया कि हर स्नातक सेमेस्टर चार के मेजर पेपर में हर विषय में भारतीय लेखकों की पाठ्य पुस्तकों को शामिल किया जाएगा। यह नया पाठ्यक्रम इस साल स्नातक में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्राओं पर लागू हो रहा है। जो पुराना शैक्षणिक सत्र चल रहा है उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।