वेटिकन सिटी, 8 मई 2025 — कैथोलिक चर्च के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण आया जब कार्डिनल रॉबर्ट प्रेवोस्ट को पोप चुना गया। वह पहले अमेरिकी नागरिक हैं जिन्हें पोप के सर्वोच्च पद पर आसीन किया गया है। उन्होंने अपने पोपीय कार्यकाल के लिए नाम चुना है पोप लियो चौदहवाँ (Pope Leo XIV)।
73 वर्षीय कार्डिनल प्रेवोस्ट, जो अमेरिका के शिकागो, इलिनोइस से हैं, को कॉन्क्लेव (Papal Conclave) में भारी बहुमत से चुना गया। वह पोप फ्रांसिस के उत्तराधिकारी बने हैं, जिन्होंने हाल ही में स्वास्थ्य कारणों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
अमेरिकी चर्च के लिए ऐतिहासिक दिन
रॉबर्ट प्रेवोस्ट का पोप चुना जाना अमेरिका और वैश्विक कैथोलिक समुदाय के लिए एक बड़ा क्षण है। यह पहली बार है जब अमेरिका जैसे अपेक्षाकृत युवा देश का कोई प्रतिनिधि कैथोलिक चर्च के सर्वोच्च पद पर आसीन हुआ है।
पोप लियो XIV का चुनाव ऐसे समय में हुआ है जब चर्च कई वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिनमें धर्मनिरपेक्षता की बढ़ती प्रवृत्ति, पर्यावरणीय संकट, और युवा पीढ़ी के बीच धर्म से दूर होती आस्था शामिल हैं।
प्रारंभिक संदेश में एकता और करुणा पर जोर
अपने पहले सार्वजनिक संदेश में पोप लियो XIV ने एकता, करुणा और संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा,
“आज मैं सभी कैथोलिकों, और उन सभी तक पहुंचना चाहता हूं जो शांति, न्याय और मानव गरिमा में विश्वास रखते हैं। हम मिलकर एक ऐसी दुनिया बना सकते हैं जो प्रेम और सहानुभूति पर आधारित हो।”
प्रेवोस्ट का परिचय
रॉबर्ट प्रेवोस्ट अगस्तिनी फ्रायर्स के सदस्य रहे हैं और लातिनी अमेरिका में लंबे समय तक सेवा दे चुके हैं। उन्हें 2023 में डिकास्टरी फॉर बिशप्स (Dicastery for Bishops) का प्रमुख नियुक्त किया गया था। इससे पहले वे पेरू में चिकलायो के बिशप के रूप में भी कार्यरत थे।
उनका व्यापक अंतरराष्ट्रीय अनुभव और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता उन्हें एक आधुनिक युग का पोप बनाती है।