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CBI Raid in Ranchi : रांची में रेलवे के चीफ इंजीनियर के घर CBI का छापा, मिले 70 लाख रुपये नकद

by Rakesh Pandey
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रांची : राजधानी रांची से एक बड़ी कार्रवाई की खबर सामने आई है। साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे, बिलासपुर में तैनात चीफ इंजीनियर विशाल आनंद के रांची और बिलासपुर स्थित ठिकानों पर CBI दिल्ली की टीम ने छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान करीब 70 लाख रुपये नकद और उनके भाई कुणाल आनंद के घर से 1 किलो सोना बरामद हुआ है।

रिश्वतखोरी की शिकायत के बाद हुई कार्रवाई

सूत्रों के अनुसार, विशाल आनंद के खिलाफ रिश्वत लेकर कार्य आवंटित करने की गंभीर शिकायत पहले से ही सीबीआई को प्राप्त थी। उसी के आधार पर CBI ने लंबे समय से उन पर नजर रखी हुई थी। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि रेलवे निर्माण से जुड़ी कंपनी झाझरिया निर्माण लिमिटेड के साथ उनके संबंध हैं।

32 लाख की डील का ऑडियो और दस्तावेजी सबूत

CBI को मिली गुप्त जानकारी के अनुसार, कंपनी और विशाल आनंद के बीच 32 लाख रुपये की डील हुई थी। कथित रूप से कंपनी के अधिकारियों को रांची में विशाल आनंद के रिश्तेदार को यह रकम सौंपने के निर्देश दिए गए थे। इस डील से संबंधित ऑडियो और दस्तावेज भी CBI के पास मौजूद हैं, जिससे यह मामला और गंभीर हो गया है।

बिलासपुर और रांची दोनों जगह एक साथ रेड

CBI की टीम ने एक साथ दो स्थानों पर रेड की कार्रवाई की — एक रांची में विशाल आनंद के आवास पर और दूसरा बिलासपुर स्थित उनके दूसरे ठिकाने पर। दोनों ही जगहों से भारी मात्रा में नकदी और संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं।

“विशाल आनंद के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।” — CBI सूत्र

CBI के निशाने पर रेलवे में भ्रष्टाचार

इस कार्रवाई को रेलवे में व्याप्त ठेकेदारी घोटाले और रिश्वतखोरी के खिलाफ CBI की बड़ी पहल माना जा रहा है। इससे पहले भी रेलवे अधिकारियों के खिलाफ ऐसी कई कार्रवाइयां हो चुकी हैं, लेकिन इस बार सीधे चीफ इंजीनियर स्तर के अधिकारी के खिलाफ छापा पड़ना बेहद अहम माना जा रहा है।

भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को मिली बड़ी सफलता

इस छापेमारी के जरिए CBI ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में उच्च पदस्थ अधिकारियों को भी बख्शा नहीं जाएगा। रेलवे जैसे रणनीतिक क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में यह कार्रवाई एक मजबूत कदम मानी जा रही है।

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