Chaibasa (Jharkhand) : कुड़मी को अनुसूचित जनजाति (ST) सूची में शामिल करने की मांग के खिलाफ आदिवासी संगठनों ने अपनी आवाज़ बुलंद करने की तैयारी तेज कर दी है। आगामी 18 अक्टूबर को सोनुवा में आयोजित होने वाली विधानसभा क्षेत्र स्तरीय आदिवासी जन आक्रोश रैली की सफलता सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार को गोइलकेरा प्रखंड में आदिवासी संगठनों की महत्वपूर्ण बैठक हुई।
बैठक में विस्तृत रूप से विचार-विमर्श करते हुए यह निर्णय लिया गया कि रैली में प्रत्येक गांव और पंचायत से अधिकतम जनभागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए पंचायतवार बैठकें आयोजित कर सघन जन-जागरण अभियान चलाने की रणनीति तैयार की गई है।
12 अक्टूबर को गोइलकेरा में तय होगी रैली की अंतिम रूपरेखा
आदिवासी समन्वय समिति के अध्यक्ष पातोर जोंको ने बैठक में कहा कि रैली को लेकर समाज में अभूतपूर्व जोश और एकजुटता का माहौल देखने को मिल रहा है। प्रतिनिधियों ने विश्वास जताया कि आगामी रैली में अभूतपूर्व जनसैलाब उमड़ेगा, जो आदिवासी समाज की एकता और चेतना का प्रतीक बनेगा। उन्होंने बताया कि 12 अक्टूबर को गोइलकेरा में एक और विधानसभा क्षेत्र स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें सोनुवा रैली की संपूर्ण रूपरेखा और दायित्व वितरण का अंतिम खाका तैयार किया जाएगा।
बैठक में पातोर जोंको के साथ निरूमानी कोड़ाह, शिवरतन नायक, सोमवारी बाहन्दा, बिनिता पुरती, जोंको अंगरिया, लुदगु केराई, सिकन्दर जोंको, उदय चेरोवा, बैजनाथ कोन्डांग, चन्द्रशेखर मेराल, करण चेरोवा, सुखमाती बान्डरा, मानसुख हासदा, सिबलेन बाहन्दा, गौरीशंकर सरदार, श्यामलाल मेराल, दयानंद हेम्ब्रोम, रमेश बोदरा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।