Chaibasa (Jharkhand) : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा में बुधवार को नो एंट्री व्यवस्था लागू करने की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, मानकी मुंडा संघ और अन्य आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधि उपायुक्त चंदन कुमार से मिलने पहुंचे। इस दौरान ज्ञापन सौंपने के क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री और उपायुक्त के बीच तीखी बहसबाजी हो गई।
मीडिया चौथा स्तंभ और नेता ही देश चलाता है
सूत्रों के अनुसार, ज्ञापन सौंपने के दौरान मीडिया प्रतिनिधियों को लेकर की गई एक टिप्पणी पर मधु कोड़ा नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि नेता की बदौलत ही देश आजाद हुआ, महात्मा गांधी आजादी की जंग में आगे नहीं आते, तो क्या देश आज आजाद होता? नेता देश चलाता है और नेता की बदौलत ही अधिकारी कुर्सी पर बैठते हैं। मीडिया देश का चौथा स्तंभ है, उसके साथ गलत व्यवहार उचित नहीं है।
गिरफ्तार लोगों को बिना शर्त रिहा करें, अन्यथा झारखंड बंद
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रशासन को जनता की मांगों को संवेदनशीलता से लेना चाहिए। उन्होंने मांग की कि जितने भी लोगों को पुलिस प्रशासन ने गिरफ्तार किया है, उन्हें बिना शर्त रिहा करे, अन्यथा आने वाले दिनों में पूरे झारखंड में आंदोलन और बंदी का आह्वान किया जाएगा।
उपायुक्त की कोई प्रतिक्रिया नहीं
वहीं, उपायुक्त चंदन कुमार की ओर से इस पूरे घटनाक्रम पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। ज्ञात हो कि चाईबासा शहर में भारी वाहनों के आवागमन से जाम और दुर्घटनाओं की समस्या लगातार बढ़ रही है। इसे देखते हुए स्थानीय लोग और विभिन्न सामाजिक संगठन नो एंट्री व्यवस्था लागू करने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं।


