Chaibasa (Jharkhand) : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में प्रस्तावित नो-एंट्री आंदोलन से पहले पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। शनिवार को मुफस्सिल थाना क्षेत्र से पुलिस ने आंदोलन की तैयारी में जुटे कई समाजसेवियों और नेताओं को एहतियातन हिरासत में ले लिया।
हिरासत में लिए गए लोगों में समाजसेवी रमेश बालमुचु, युवा नेता रेयांश समाड, जिला परिषद सदस्य माधव चंद कुंकल और सोना सवैया शामिल हैं। पुलिस ने इन सभी को दो अलग-अलग वाहनों में बैठाकर एक गोपनीय स्थान पर ले जाया है।
27 अक्टूबर को होना था धरना-प्रदर्शन
सूत्रों के मुताबिक, ये सभी नेता 27 अक्टूबर को परिवहन मंत्री दीपक बिरूवा के आवास के बाहर नो-एंट्री लागू करने की मांग को लेकर धरना देने की तैयारी कर रहे थे। हालांकि पुलिस प्रशासन की ओर से इस कार्रवाई पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
ग्रामीणों में आक्रोश, पुलिस ने बताया एहतियाती कदम
स्थानीय लोगों और आंदोलन समर्थकों में पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर रोष देखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रहा है।
वहीं, पुलिस का कहना है कि यह कदम केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है। स्थिति को देखते हुए क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और आंदोलन से जुड़े लोगों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
स्थिति पर प्रशासन की नजर
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, पुलिस यह सुनिश्चित करने में लगी है कि किसी भी प्रकार की सार्वजनिक अव्यवस्था या हिंसा की स्थिति उत्पन्न न हो। फिलहाल आंदोलन की दिशा और पुलिस की रणनीति पर सबकी नजर टिकी हुई है।


