Chaibasa: पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर के चांदमारी में हुए मारपीट के मामले में एक नया मोड़ आया है। इस मामले में पीड़ित छात्रा ने मीडिया के सामने अपनी आपबीती सुनाई है। छात्रा ने आरोप लगाया है कि पोटका निवासी मनसा सामड नामक युवक उसे विगत दो सालों से परेशान कर रहा था। मनसा सामड ने उसके साथ जबरन फोटो खींचकर उसे ब्लैकमेल करता था और उसे धमकी देता था कि अगर उसने उसके साथ बात नहीं की तो वह उसकी फोटो वायरल कर देगा।
छात्रा ने बताया कि मनसा सामड ने उसके कपड़े तक फाड़ दिए थे और उसे थप्पड़ों से मारा था। छात्रा ने यह भी आरोप लगाया कि मनसा सामड ने उसके परिवार को एससी-एसटी केस में जेल भेजने की धमकी दी थी। छात्रा के भाई और चाचा ने जब मनसा सामड की करतूतों का विरोध किया तो मनसा सामड ने उनके घर आकर धमकी दी।
इसके बाद जब मनसा सामड ने छात्रा की फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर दी, तो छात्रा के भाई और चाचा ने उसे ढूंढकर पीटा। अब छात्रा की मांग है कि मनसा सामड को गिरफ्तार किया जाए और उसे न्याय दिलाया जाए। छात्रा ने सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे पर भी सवाल उठाया है और कहा है कि जब बेटी अपनी इज्जत बचाने के लिए लड़ती है तो उसके परिवार को ही जेल भेज दिया जाता है।
वहीं, स्थानीय आदिवासी युवक ने कहा कि इस मामले को बेवजह एससी-एसटी का मामला बनाकर दो समुदायों को लड़ाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और पीड़ित छात्रा को न्याय मिलता है या नहीं।