Jharkhand News : झारखंड के चाकुलिया प्रखंड के बड़ामारा पंचायत स्थित मौरबेड़ा गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब हाथियों के एक झुंड ने वन विभाग की क्विक रिस्पॉन्स टीम यानी क्यूआरटी पर अचानक हमला कर दिया। इस हमले में टीम के तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों की पहचान धर्मा सोरेन (निवासी गोईदो, पश्चिम बंगाल), अभिषेक सिंह (देवशोल, लोधाशोली पंचायत), और आशीष मांडी (दिघी गांव, चाकुलिया नगर पंचायत) के रूप में हुई है। घटना के तुरंत बाद तीनों को चाकुलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम रेफर कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की शाम मौरबेड़ा गांव के पास छह हाथियों का एक दल मौजूद था। वन विभाग की सात सदस्यीय QRT टीम इन हाथियों को गांव की सीमा से दूर भगाने की कोशिश कर रही थी। इसी दौरान हाथियों ने अचानक हमला कर दिया, जिससे धर्मा सोरेन को गर्दन और छाती में गंभीर चोटें आईं, जबकि अभिषेक सिंह और आशीष मांडी को अंदरूनी चोटें लगीं।
घटना के बाद ग्रामीणों ने तत्काल वन विभाग को इसकी सूचना दी। टीम के अन्य सदस्यों ने विभागीय वाहन से घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
यह घटना झारखंड में बढ़ते वन्यजीव-मानव संघर्ष की एक और चेतावनी है, जहां हाथियों की आबादी और उनकी गांवों की ओर बढ़ती गतिविधियों से स्थानीय लोगों और वनकर्मियों की जान जोखिम में पड़ रही है।