नई दिल्ली: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) द्वारा तटीय सुरक्षा और राष्ट्रीय जागरूकता को समर्पित ‘ग्रेट इंडियन कोस्टल सायक्लोथॉन’ का भव्य समापन कन्याकुमारी में स्थित स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल में हुआ। इस साइक्लोथॉन की शुरुआत सीआईएसएफ के 56वें स्थापना दिवस पर 7 मार्च को गृह मंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु के तक्कोलम से की थी।
25 दिनों में 11 राज्यों की 6553 किमी लंबी यात्रा
यह ऐतिहासिक सायक्लोथॉन पूर्वी और पश्चिमी तटों से दो टीमों द्वारा शुरू की गई, जिन्होंने 25 दिनों में देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 6553 किलोमीटर की दूरी तय की। 125 साइक्लिस्ट्स (जिनमें 14 महिलाएं शामिल थीं) ने इस चुनौतीपूर्ण यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा किया, जो भारत की मुख्यभूमि की पूरी तटरेखा को पार करने वाली पहली सायक्लोथॉन बनी।
तटीय समुदायों को तट प्रहरी के रूप में सशक्त बनाने की पहल
सीआईएसएफ महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी ने समापन समारोह में इस अभियान की सफलता को तटीय समुदायों को तट प्रहरी के रूप में सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। यह अभियान तटीय सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और समुदायों को जोड़ने का प्रयास था।
साइक्लोथॉन का उद्देश्य और जनभागीदारी
इस पहल ने 2.5 करोड़ से अधिक लोगों को जोड़ा, जबकि 30 लाख से अधिक लोगों ने रैलियों और जागरूकता कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। यात्रा के दौरान पारादीप पोर्ट, कोणार्क सूर्य मंदिर और गेटवे ऑफ इंडिया जैसे प्रतिष्ठित स्थलों पर साइक्लिस्ट्स का भव्य स्वागत हुआ। इस अभियान का उद्देश्य न केवल तटीय सुरक्षा को मजबूत करना था, बल्कि भारत के आंतरिक समुदायों को तटीय जीवन और संस्कृति से जोड़ना भी था।
प्रमुख हस्तियों का समर्थन और राष्ट्रीय एकता का संदेश
इस ऐतिहासिक सायक्लोथॉन को नीरज चोपड़ा, एम.एस. धोनी, सुनील गावस्कर, अक्षय कुमार, रजनीकांत, मोहनलाल, मनु भाकर, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी, ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रवर्ति पारिदा, और सुदर्शन पटनायक जैसे प्रमुख हस्तियों का समर्थन मिला।
कन्याकुमारी में राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति का प्रतीक बना समापन
कन्याकुमारी में साइक्लोथॉन का समापन राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति का प्रतीक बन गया। यह अभियान सीआईएसएफ की तटीय सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और समुदायों के सहयोग से एक सुरक्षित, समृद्ध भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।