रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने शनिवार को कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में अधिकारियों के साथ रामनवमी महोत्सव को लेकर हाई लेवल मीटिंग की। जिसमें उन्होंने राज्य में विधि-व्यवस्था संधारण की तैयारियों की उच्चस्तरीय समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि सुनियोजित तरीके से अफवाह या अराजकता फैलाने वाले तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पूरे राज्य में रामनवमी महोत्सव आपसी प्रेम-सौहार्द, भाईचारा एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो इस पर फोकस रखें। साथ ही उन्होंने दशहतगर्दों पर नजर रखने को कहा है। इतना ही नहीं अखाड़ा समितियों से भी हाईकोर्ट के आदेश का पालन करने को कहा है।
संवेदनशील जगहों पर विशेष चौकसी
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि रामनवमी महोत्सव पर शोभायात्र व अन्य धार्मिक आयोजन होते हैं, इसलिए यह समय काफी संवेदनशील हो जाता है। वैसे चिन्हित स्थान जहां इन आयोजनों के समय कोई छोटी-बड़ी घटनाएं होने की ज्यादा संभावनाएं रहती है उन जगहों पर विशेष चौकसी रखी जाए।
शोभायात्रा का भौतिक सत्यापन करें
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि लाइसेंसी व गैर लाइसेंसी अखाड़ा समितियों को डीजे बजाने से संबंधित उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश की प्रति उपलब्ध कराना हर हाल में सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन नही करने वालों पर क्या कार्रवाई किए जाने का नियम है, यह जानकारी अखाड़ा समितियों को दें ताकि नियम का उल्लंघन न हो। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि शोभायात्रा के दौरान सीसीटीवी कैमरा व ड्रोन से नजर रखी जाए। शोभायात्रा का भौतिक सत्यापन अवश्य करें।
शांति समिति के सदस्यों के साथ समन्वय बनाकर रखें। पुलिस प्रशासन द्वारा यह अपील की जाए किकिसी भी प्रकार का आपत्तिजनक गाना नहीं बजाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलूस अथवा शोभायात्रा देखने के उपरांत घर लौटने वाले लोगों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखें।
बाइक रैली की नई परंपरा पर रोक
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पिछले कुछ वर्षों से रामनवमी महोत्सव के दौरान आयोजित शोभा यात्राओं पर बाइक रैली निकालने की नई परंपरा की शुरुआत हो रही है। किसी भी हाल में बाइक रैली न निकले यह सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनमानस की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। बाइक रैली से आम जनमानस के साथ-साथ रैली आयोजकों पर असुरक्षा का खतरा बढ़ता है। ऐसे में बाइक रैली पर मजबूती के साथ रोक लगाई जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शोभायात्रा या जुलूस के दौरान पुलिस प्रशासन पूर्ण रूप से सतर्क रहे। किसी भी जगह अथवा क्षेत्र में विधि-व्यवस्था बिगड़ती है तो उसकी सूचना पुलिस हेडक्वार्टर तथा कंट्रोल रूम को शीघ्र दें। पुलिस प्रशासन छोटी-छोटी घटनाओं पर भी पैनी नजर रखें। जरूरत पड़ने पर बिगड़ती स्थिति को कंट्रोल करने के लिए म्यूजिक सिस्टम को बंद कराए जिससे हालात पर नियंत्रण किया जा सके।
किसी प्रकार का न हो व्यवधान
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों पर लम्बे समय तक शोभायात्रा या जुलूस निकाले जाते हैं उन क्षेत्रों का इनपुट विभिन्न माध्यमों से निरंतर लेते रहें। रामनवमी महोत्सव की परंपरा का विशेष ध्यान रखें। परंपराओं के अनुरूप हो रहे कार्यों पर किसी प्रकार का व्यवधान न हो यह सुनिश्चित कराएं। अगर किसी प्रकार के नए तरीके के जुलूस अथवा शोभायात्रा निकलती है जो विधि-व्यवस्था के संधारण में चुनौती बनती है तो ऐसे आयोजनों पर अविलंब रोक लगाएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिया कि एक दूसरे समुदायों के बीच किसी भी हाल में कोई झड़प या तनाव की स्थिति उत्पन्न न हो। दहशतगर्तों पर सख्त नजर रखी जाए।
ये रहे मौजूद
इस समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव गृह विभाग वंदना दादेल, डीजीपी अनुराग गुप्ता, एडीजी ऑपरेशन संजय आनंद राव लाटकर, आईजी ऑपरेशन एवी होमकर, आईजी स्पेशल ब्रांच प्रभात कुमार, एसपी ऑपरेशन अमित रेणु तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों के उपायुक्त, एसएसपी, एसपी उपस्थित रहे।


