Home » यहां दुर्लभ सिक्कों को देखने उमड़ रही भीड़, मुगल काल से लेकर चांदी, तांबा व पीतल का भी

यहां दुर्लभ सिक्कों को देखने उमड़ रही भीड़, मुगल काल से लेकर चांदी, तांबा व पीतल का भी

by Rakesh Pandey
coin exhibition
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

जमशेदपुर : सिक्कों की दुनिया सज चुकी है। (Coin Exhibition) इसे देखने के लिए शनिवार को साकची स्थित बंगाल क्लब में जमशेदपुर व उसके आस-पास से लोग पहुंचे। क्वाइन कलेक्टर्स क्लब जमशेदपुर की ओर से आयोजित प्रदर्शनी में रांची, धनबाद, कोलकाता, आसनसोल, पुरुलिया से कुल 16 और शहर के 22 सिक्का संग्रह करने वाले अपना स्टाल लगाए हैं। प्रदर्शनी में अलग-अलग मुगल काल की मुद्राएं (सिक्का), भारतीय टकसाल से जारी अद्भुत व एक क्रम वाले नोट व चांदी से लेकर तंबा तक के सिक्के देखने को मिलेंगे।

इसके अलावा विश्व के विभिन्न देशों में प्रचलित मुद्राएं व सिक्के भी है जो तंबा, पीलत, गिलट, लोहे से बनी है। वहीं, तारा पोर स्कूल के बच्चों ने भी अपना स्टाल लगाया है। क्लब के सचिव पी. बाबू राव ने बताया कि यह प्रदर्शनी रविवार तक चलेगा।

चांदी के सिक्का देखने को उमड़ी भीड़

पी. बाबू राव के स्टाल पर चांदी के सिक्का देखने को भीड़ उमड़ी रही। देश की आजादी के 25 वर्ष होने के मौके पर 10 रुपये का चांदी का सिक्का जारी किया गया है। 1972 में यह सिक्का जारी किया गया था। पी. बाबू राव के पास चांदी के कुल छह सिक्का है।

170 तरह के सिक्का

पी. बाबू राव के पास कुल 170 तरह के सिक्का मौजूद है। वे बीते 20 साल से सिक्का संग्रह कर रहे हैं। उनके पास 1964 से लेकर अभी तक जितने भी सिक्का किसी विशेष आयोजन पर जारी हुआ है वह सब है। 1989 में पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन के 100 साल होने के मौके पर पांच रुपये का सिक्का जारी किया गया था। इसके साथ ही इंदरा गांधी, महात्मा गांधी सहित अन्य महापुरुषों के नाम पर जारी सिक्का इनके पास है।

लाख रुपये में भी नहीं देंगे अठन्नी-चवन्नी

पी. बाबू राव के पास पांच पैसा से लेकर 10 पैसा, 20 पैसा, अठन्नी-चवन्नी सहित कई तरह के सिक्का मौजूद हैं। वे कहते हैं कि बहुत मुश्किल से उन्होंने ये दुर्लभ सिक्का संग्रह किए हैं। ऐसे में कोई लाखों रुपये भी देगा तो वे अठन्नी-चवन्नी नहीं दे सकते हैं। चूंकि, ये सिक्का उन्हें फिर दोबारा नहीं मिलेगा। ऐसे में उनका संग्रह
करने का पूरा मेहनत बर्बाद हो जाएगा। हालांकि, कई लोग ऐतिहासिक सिक्का बेच भी देते हैं।

Coin Exhibition

हर सिक्के के कई प्रकार

प्रदर्शनी में हर सिक्के के कई प्रकार है। पी. बाबू राव के पास पांच पैसा का चार प्रकार, 10 पैसा का 10 प्रकार, 20 पैसा का चार प्रकार व 25 पैसा का चार प्रकार है। सभी का अलग-अलग महत्व है। इसके अलावे भी कई तरह के सिक्का प्रदर्शनी में मौजूद है।

READ ALSO: अग्निवीर भर्ती के लिए 17 से शुरू हाेगी आवेदन की प्रक्रिया

Related Articles