Jamshedpur (Jharkhand) : कोल्हान विश्वविद्यालय के अधीनस्थ कुछ कॉलेजों में लंबे समय से जमे शिक्षकों की कार्यशैली और व्यवहार पर युवा जदयू ने कई सवाल उठाया है। इसके साथ ही कई गंभीर आरोप लगते हुए कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता से कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही खा है कि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ ट्रांसफर नीति के तहत कार्रवाई कि जाए।
युवा जदयू ने कहा कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को युवाओं के चरित्र, नेतृत्व और भविष्य निर्माण की पाठशाला माना जाता है, लेकिन जब वहीं के शिक्षक पढ़ाई छोड़ राजनीतिक गतिविधियों में संलग्न हो जाएं, तो यह शिक्षा प्रणाली और विद्यार्थियों के भविष्य के लिए खतरे की घंटी है।
प्रोफेसर क्लास में कम, राजनीति में ज्यादा सक्रिय
युवा जदयू नेता हेमंत पाठक ने कहा कि कई प्रोफेसर ठीक से कक्षाएं नहीं लेते। उनका व्यवहार भी शैक्षणिक गरिमा के अनुकूल नहीं है। महाविद्यालय में डिजिटल बोर्ड और सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद कुछ शिक्षक केवल दिखावे के लिए 2-4 छात्रों के साथ बैठते हैं, ताकि उनकी उपस्थिति बनी रहे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई शिक्षक बायोमेट्रिक सिस्टम में एग्जिट किए बिना ही घंटों कॉलेज से बाहर घूमते रहते हैं, और यह गतिविधि उनके लिए आम हो चुकी है।
कॉलेज में राजनीतिक झंडा और संगठन की भागीदारी पर सवाल
हेमंत पाठक ने यह भी कहा कि कुछ प्रोफेसर अपनी गाड़ियों पर राजनीतिक पार्टियों के झंडे लगाकर कॉलेज परिसर में प्रवेश करते हैं, जो लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों का स्पष्ट उल्लंघन है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ शिक्षक तो छात्र संघ के कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए वहां के पदाधिकारी तक बन जाते हैं।
पूर्व वीसी डॉ. आरपीपी सिंह के फैसले को याद दिलाया
युवा जदयू ने कोल्हान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति स्व. डॉ. आरपीपी सिंह को याद करते हुए कहा कि 2014 में उन्होंने इस तरह की राजनीतिक गतिविधियों पर सख्त रोक लगाई थी। ट्रांसफर के माध्यम से ऐसे प्रोफेसरों की मनमानी को खत्म किया था। लेकिन आज स्थिति फिर से वैसी ही होती जा रही है।
कुलपति से कड़ी कार्रवाई की मांग
युवा जदयू ने इस सम्बन्ध में जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज के प्राचार्य को कुलपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा है। मौजूदा कुलपति से आग्रह किया है कि कॉलेज परिसर में व्याप्त इस राजनीतिक हस्तक्षेप पर तत्काल संज्ञान लेते हुए कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करें और वर्षों से एक ही कॉलेज में पदस्थ प्रोफेसरों का स्थानांतरण सुनिश्चित करें।
जल्द कार्रवाई नहीं, तो आंदोलन
इन नेताओं ने स्पष्ट कहा कि यदि इस मुद्दे पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलनात्मक रणनीति के तहत व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान युवा जदयू के नेता हेमंत पाठक, साहेब बागती, जगदीप सिंह और भीम प्रकाश उपस्थित थे।