जमशेदपुर : झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में 13 नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान से दो दिन पूर्व, चुनाव आयोग ने मतदानकर्मियों की तैनाती के लिए विशेष कदम उठाए हैं। सोमवार (को मतदानकर्मियों को उनके निर्धारित मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर, ट्रेन, बस और अन्य परिवहन माध्यमों से दुर्गम क्षेत्रों में स्थित बूथों तक भेजने की शुरुआत की गयी।
दुर्गम क्षेत्रों में मतदानकर्मियों की हेलीकॉप्टर से तैनाती
झारखंड के दूरदराज और दुर्गम इलाकों में मतदान केंद्रों तक मतदानकर्मियों को सुरक्षित रूप से पहुँचाने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई। विशेष रूप से नक्सल प्रभावित पश्चिमी सिंहभूम, लातेहार, लोहरदगा, गुमला और गढ़वा जैसे जिलों के उन मतदान केंद्रों तक हेलीकॉप्टर के जरिए कर्मचारियों को भेजा गया, जो जंगलों में और अन्य कठिन इलाकों में स्थित हैं। चुनाव आयोग ने इन क्षेत्रों में सुरक्षा को देखते हुए हेलीकॉप्टर से तैनाती की व्यवस्था की है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम क्षेत्र में नक्सलवाद का प्रभाव अब भी मौजूद है, जहाँ सुरक्षाकर्मियों पर हमले के लिए नक्सलियों ने लैंडमाइंस बिछा रखे हैं। इन इलाकों में मतदानकर्मियों की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान दिया गया है। बीएसएफ (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) के हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि कर्मचारियों को सुरक्षित तरीके से उनके मतदान केंद्रों तक पहुँचाया जा सके।
चुनाव आयोग की सतर्कता: मतदानकर्मियों की सुरक्षित तैनाती
चुनाव आयोग ने सुनिश्चित किया है कि मतदानकर्मियों को चुनाव ड्यूटी पर जाते समय किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए हेलीकॉप्टर, बस और ट्रेन के माध्यम से कर्मचारियों को चुनाव केंद्रों तक पहुँचाया गया है। इन इलाकों में कुल 225 मतदान केंद्र हैं, और आयोग ने इन केंद्रों तक कर्मचारियों की तैनाती में कोई कसर नहीं छोड़ी है। साथ ही, उनकी सुरक्षित वापसी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।
सुरक्षित चुनाव प्रक्रिया के लिए विशेष कदम
चुनाव आयोग के इस प्रयास का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मतदान प्रक्रिया में किसी प्रकार की रुकावट न आए और कर्मचारियों को उनकी ड्यूटी निभाने में कोई कठिनाई न हो। झारखंड के नक्सल प्रभावित और दुर्गम क्षेत्रों में चुनाव प्रक्रिया की सफलता के लिए आयोग ने सभी सुरक्षा इंतजाम किए हैं, ताकि मतदान शांतिपूर्वक और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके।