RANCHI: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि राहुल गांधी के खुलासे से यह साफ हो गया है कि देशभर में संगठित तरीके से दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वोट चोरी करने वाले गिरोह का सीधा निशाना ये समुदाय है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शुक्रवार को वोट चोरी के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान के पोस्टर लॉन्चिंग कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इस अभियान की शुरुआत राष्ट्रीय स्तर पर की गई है और झारखंड में यह 15 अक्टूबर तक पंचायत स्तर तक चलाया जाएगा। अभियान का मकसद जनता को यह बताना है कि चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल क्यों उठ रहे हैं और यह सब किसके इशारे पर किया जा रहा है।
अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारत का लोकतंत्र वोट की शक्ति पर टिका है और आज यही नींव खतरे में है। वोट चोरी जनता की आवाज और अधिकार की चोरी है। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि वह प्रत्येक चुनाव से पहले मशीन-रीडेबल मतदाता सूची को फोटो सहित सार्वजनिक करे और नए जोड़े गए या हटाए गए नामों की जांच जनता के सामने रखे। साथ ही अंतिम समय पर नाम जोड़ने या हटाने की प्रक्रिया रोकी जाए तथा मतदाताओं के अधिकारों का हनन करने वाले अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
उन्होंने आगे कहा कि महादेवपुरा और कर्नाटक के आलंद में हुए खुलासों से जनता निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठा रही है। आरोप लगाया कि मुख्य चुनाव आयुक्त की अगुवाई में वोट चोरी हो रही है और भाजपा नेता इस पर जवाब देने से बचते हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड आने वाले हर केंद्रीय मंत्री को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वोट चोरी के मामले पर जवाब लेकर आना चाहिए ताकि जनता को भ्रमित करने की बजाय उनके सवालों का जवाब दिया जा सके।

