RANCHI: झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भ्रष्टाचार का सरगना कहने पर भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी को कांग्रेस ने कड़ा जवाब दिया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को पहले अपने दामन के काले धब्बों को देखना चाहिए, क्योंकि जिन नेताओं को वह भ्रष्ट कहती है, बाद में उन्हीं को गले लगाकर सत्ता में भागीदार बनाती है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्य भ्रष्टाचार और अपराध का संगम बन चुके हैं। इन राज्यों में केंद्रीय एजेंसियों की एंट्री भी नहीं होने दी जाती। उन्होंने यूपी, एमपी, राजस्थान, हरियाणा और महाराष्ट्र जैसे राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के मुख्यमंत्री और अधिकारी सीधे प्रधानमंत्री के संरक्षण में काम कर रहे हैं।
रघुवर के कार्यकाल की दिलाई याद
उन्होंने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में हुए घोटालों की याद दिलाई और पूछा कि बाबूलाल मरांडी उस समय इन पर सवाल उठाते थे, लेकिन भाजपा में शामिल होते ही कैसे सब कुछ साफ हो गया। सोनाल शांति ने कहा कि डीएमएफटी घोटाले के जिस समय की बात हो रही है, उस समय बोकारो के सांसद और विधायक भाजपा के ही थे। ऐसे में बाबूलाल मरांडी अपने ही नेताओं को भ्रष्ट बता रहे हैं।
जांच के लिए एजेंसियां सक्षम
उन्होंने कहा कि झारखंड की एजेंसियां किसी भी जांच के लिए पूरी तरह सक्षम हैं, लेकिन भाजपा सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग कर राज्य सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है। सोनाल शांति ने मनरेगा, टी-शर्ट और ग्लोबल समिट के नाम पर भाजपा शासन में हुए कथित घोटालों को भी याद दिलाया। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में रांची-वाराणसी फोरलेन घोटाले में सीबीआई द्वारा एनएचएआई अधिकारियों की गिरफ्तारी से साबित होता है कि भ्रष्टाचार सिर्फ झारखंड का मुद्दा नहीं है। भाजपा संगठित तरीके से जनता की जेब पर डाका डाल रही है और खुद को ईमानदारी का प्रतीक बताती है।


