सेंट्रल डेस्क : भारत में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। कर्नाटक और महाराष्ट्र में एक-एक व्यक्ति की मौत के बाद देश भर में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। इस बार संक्रमण की वजह बना है JN.1 वेरिएंट जो विशेषकर केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक और अब झारखंड जैसे राज्यों में चिंता का कारण बन गया है।
झारखंड में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में
हालांकि झारखंड में अभी तक बड़ी संख्या में मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन राज्य स्वास्थ्य विभाग ने संभावित खतरे को देखते हुए निगरानी और सैंपल टेस्टिंग बढ़ा दी है। रांची और जमशेदपुर जैसे प्रमुख शहरों में स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हालात पर नजर रखे हुए हैं। अधिकारियों की मीटिंग का दौर जारी है। जल्द ही नागरिकों के लिए एहतियाती दिशा निर्देश जारी किए जा सकते हैं। अस्पतालों को तैयारी शुरू करने को कहा गया है।
केरल में बढ़ी सतर्कता
केरल सरकार ने सभी जिलों में रैंडम टेस्टिंग और निगरानी का आदेश जारी किया है। सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
तमिलनाडु में फिर से मास्क अनिवार्य
तमिलनाडु सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना फिर से अनिवार्य कर दिया है। खासकर भीड़भाड़ वाले इलाकों और परिवहन सुविधाओं में लोगों को मास्क लगाने की सख्त हिदायत दी गई है।
महाराष्ट्र और कर्नाटक में हुई कोविड से मौतें
महाराष्ट्र के ठाणे में एक 21 वर्षीय गंभीर मधुमेह पीड़ित युवक की कोविड-19 के चलते मौत हो गई है। वहीं, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 84 वर्षीय एक बुजुर्ग की जान गई, जो कई अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे।
नोएडा और उत्तराखंड में नए मामले
उत्तर प्रदेश के नोएडा में 55 वर्षीय एक महिला कोविड संक्रमित पाई गई हैं और उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। उनके परिवार के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। उत्तराखंड के ऋषिकेश में भी दो मरीज सामने आए हैं, जो बाहर से संक्रमण लेकर लौटे हैं। सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
केंद्र सरकार भी सतर्क
देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने हाल ही में स्थिति की समीक्षा की है। स्वास्थ्य मंत्रालय विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर हालात पर पैनी नजर बनाए हुए है, ताकि समय रहते जरूरी कदम उठाए जा सकें।
कोविड को लेकर बढ़ी चिंता
देश में एक बार फिर कोविड-19 की दस्तक ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों की मानें तो फिलहाल घबराने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। सरकार और आम लोगों की मिलकर की गई सावधानी ही इस वेरिएंट को फैलने से रोक सकती है।