नई दिल्ली/Neet Paper Leaked Case: नीट पेपर लीक मामले का तार बिहार के नालंदा से जुड़ गया है। इस मामले की जांच में जुटी आर्थिक अपराध इकाई की टीम को परीक्षा माफिया संजीव मुखिया की तलाश है, जो फरार है।
दरअसल नीट पेपर लीक मामले में अब तक बिहार में 13 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वहीं, शक है कि उसमें से कई संजीव मुखिया से जुड़े हुए हैं। संजीव मुखिया नीट परीक्षा के बाद से फरार है। वह सॉल्वर गैंग का सदस्य रह चुका है। बीते 20 वर्षों में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक के मामलों में उसका नाम आया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया था। जेल भी जा चुका है।
वहीं, इस मामले में एक और बड़ा खुलासा ये हुआ है कि मुख्य आरोपी सिकंदर यादवेंदु ने चार परीक्षार्थियों के लिए प्रश्नपत्रों की व्यवस्था करने की बात स्वीकार की है। उसने कहा है कि परीक्षा से एक दिन पहले परीक्षार्थियों को आंसर रटाने के लिए कहा गया था।
भतीजे अनुराग यादव समेत हर अभ्यर्थी से 40 लाख रुपये की मांग की थी। उसने कहा कि मैंने नीतीश और अमित से संपर्क किया था। उन्हें बताया था कि मेरे पास चार परीक्षार्थी आयुष कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार और शिवनंदन कुमार हैं।
Neet Paper Leaked Case: नीतीश और आनंद ने आंसर रटाने में मदद की
यादवेंदु ने कहा कि नीतीश और अमित ने हर परीक्षार्थी से 32 लाख रुपये लिए। उन्हें पहले से प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने का भरोसा दिया। चार मई को सभी चार परीक्षार्थियों को एक गेस्ट हाउस में बुलाया गया। वहां नीतीश और आनंद ने आंसर रटाने में उनकी मदद की। बाद में परीक्षार्थियों ने बताया था कि पांच मई को परीक्षा में भी वही प्रश्न आए थे।
Neet Paper Leaked Case: 25 जून को सिविल कोर्ट में होगी सुनवाई
इस मामले में पटना के सिविल कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई। कोर्ट ने पटना पुलिस से एनएचएआई के गेस्ट हाउस डायरी की मांग की। पुलिस कोर्ट में डायरी लेकर नहीं पहुंची थी। अब सिविल कोर्ट में अगली सुनवाई 25 जून को होगी। वहीं, कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया है कि अगली सुनवाई में डायरी के साथ आए।
Neet Paper Leaked Case: तेजस्वी यादव के पीएस पर भी लग रहे आरोप
पेपर लीक मामले में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के पीएस पर भी आरोप लग रहे हैं। इसको लेकर तेजस्वी ने कहा है कि पूछताछ कर लें और जो भी दोषी हो उसे गिरफ्तार करें। अगर इन लोगों से नहीं हो रहा है तो मैं मुख्यमंत्री को बोल देता हूं, जो भी दोषी हैं उनको गिरफ्तार करें। जो इंजीनियर गिरफ्तार हुआ है, वो बेनिफिशियरी हो सकता है। मास्टरमाइंड अमित आनंद है, मास्टरमाइंड नीतीश कुमार है।
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