बेतिया: बेतिया के बेलदरी में एक युवक को पैसे के लेन-देन को लेकर हुए विवाद के कारण अपराधियों ने गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना बेतिया के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में घटी, जिसमें बक्सर जिले के एक युवक बृजबिहारी पाल को जानलेवा हमले का शिकार होना पड़ा। घायल युवक को इलाज के लिए बेतिया के जीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया, और वह अब खतरे से बाहर है।
कैसे हुआ विवाद?
यह घटना उस समय हुई जब बेतिया के दो लोगों, राहुल पांडेय और सत्येन्द्र पांडेय ने बक्सर जिले के उत्तमपुर गांव के निवासी बबन सिंह से 4.80 लाख रुपये लेकर स्कॉर्पियो गाड़ी को बचाने का वादा किया था, लेकिन गाड़ी नहीं दी गई। बबन सिंह और उसके चालक बृजबिहारी पाल ने बार-बार पैसे की वापसी की मांग की, लेकिन राहुल और सत्येन्द्र द्वारा बार-बार टालमटोल किया गया, जिससे दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया। अंततः राहुल और सत्येन्द्र ने बबन सिंह और उसके चालक को बेतिया बुलाया और पैसे का निपटारा करने के लिए मिलने को कहा।
पैसे की वसूली के दौरान हमला
बबन सिंह और बृजबिहारी पाल बेतिया पहुंच गए और बेलदरी में स्थित एक घोठा पर ठहरे। उन्होंने सत्येन्द्र पांडेय से फोन पर संपर्क किया और पैसे की वसूली के लिए दबाव डाला। सत्येन्द्र ने पूछा कि वे कहां ठहरे हैं और जब जानकारी मिली, तो वह अपने छह साथियों के साथ वहां पहुंचे। इस बीच दोनों पक्षों के बीच पैसे को लेकर बहस शुरू हो गई और इस दौरान राहुल पांडेय ने अचानक बृजबिहारी पाल को गोली मार दी।
घायल युवक का इलाज जारी
गोली बृजबिहारी पाल के कमर के दाहिने हिस्से में लगी और शरीर के आरपार हो गई। गोली लगने के बाद वहां अफरातफरी मच गई। इस दौरान पुलिस और यातायात अधिकारियों को सूचना मिली और वे मौके पर पहुंचे, लेकिन अपराधी घटनास्थल से भाग चुके थे। घायल युवक को तत्काल बेतिया जीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। उसकी स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज करते हुए राहुल पांडेय और सत्येन्द्र पांडेय के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की। पुलिस ने चार संदिग्धों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की जा रही है। बेतिया एसपी डॉ. शौर्य सुमन ने बताया कि सत्येन्द्र पांडेय का आपराधिक इतिहास रहा है और पुलिस उसकी जांच कर रही है। इसके साथ ही, एसपी ने यह भी बताया कि घटना के बाद सत्येन्द्र पांडेय के घर पर छापेमारी की गई, लेकिन वह मौके से फरार था।
एफआईआर दर्ज, अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान जारी
पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें राहुल पांडेय, सत्येन्द्र पांडेय और उनके अन्य सहयोगी शामिल हैं। पुलिस ने मामले में चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चलाया है। एसडीपीओ विवेक दीप के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई है जो अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार काम कर रही है।
इसके अलावा, फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है और इस मामले की पूरी तरह से जांच की जा रही है।