सेंट्रल डेस्क: नए साल का स्वागत जहां एक ओर लोगों ने पिकनिक स्पॉट्स पर परिवार संग जाकर मस्ती की। वहीं, दूसरी ओर लाखों की संख्या में लोगों ने अयोध्या और वाराणसी पहुंच भगवान का आशीर्वाद लिया। अयोध्या में भगवान राम के दर्शन करने तीन लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। वहीं वाराणसी में बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच 3.5 लाख से ज्यादा भक्तों ने पूजा-अर्चना की।
काशी विश्वनाथ में सुबह 3 बजे से जुटे श्रद्धालु
वाराणसी में बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह तीन बजे से ही श्रद्धालु जुटने लगे। शाम चार बजे तक 3.5 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मंदिर प्रशासन ने दर्शन और गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दी थीं। काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में पांच सुरक्षा सेक्टर और 45 ड्यूटी प्वाइंट बनाए गए थे।
रामलला के दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु
नए साल पर श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रहते हुए राम जन्मभूमि परिसर में 10 अतिरिक्त दर्शन गैलरियां बनाई गईं। इस कारण दर्शन लाइनों की संख्या 20 हो गई। पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरे शहर को सात सुरक्षा सेक्टर और 24 जोन में बांटा गया। ड्रोन कैमरों और भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ यातायात पर सख्त नियंत्रण रखा गया।
राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने बताया कि सर्दियों की छुट्टियों और नए साल के जश्न के चलते अयोध्या अब एक प्रमुख तीर्थ स्थल बनता जा रहा है। गौरतलब है कि अयोध्या में मंगलवार की शाम दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। बुधवार सुबह तक यह संख्या लगभग पांच लाख तक पहुंच गई।
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