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CSIR-NML Jamshedpur : सीएसआईआर-एनएमएल का “समुद्री संक्षारण निगरानी एवं प्रबंधन” विषय द्वितीय औद्योगिक सम्मेलन

by Anand Mishra
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दीघा : सीएसआईआर-एनएमएल (राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला) की ओर से शुक्रवार (28 फरवरी) को दीघा स्थित LeROI होटल में “समुद्री संक्षारण निगरानी एवं प्रबंधन” विषयक द्वितीय औद्योगिक सम्मेलन (MCMM-2025) का आयोजन किया गया है। यह सम्मेलन सीएसआईआर-एनएमएल के 75वें वर्ष के अवसर पर अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश और विदेश से समुद्री विशेषज्ञ, शोधकर्ता, और उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधि शामिल होंगे।

समुद्री संक्षारण पर गहरी चर्चा, समुद्री उद्योग की नई दिशा

इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य समुद्री संक्षारण के प्रभाव और इससे निपटने के लिए उन्नत तकनीकों और प्रबंधन उपायों पर चर्चा करना है। समुद्री क्षेत्र में संक्षारण की बढ़ती समस्याओं के मद्देनजर, यह कार्यक्रम ज्ञानवर्धन, सहयोग, और नए समाधानों को साझा करने का मंच बनेगा।

कार्यक्रम में विभिन्न प्रमुख कंपनियों और संगठनों जैसे NTPC, Fosroc Chemicals, Metatek Thermal Spray Pvt Ltd, IOCL और अन्य के विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे। इसमें पैनल चर्चा, तकनीकी सत्र और पोस्टर प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी, जो समुद्री संक्षारण विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर नवीनतम परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत करेगी।

इन पहलुओं पर होगा विचार-मंथन

  • समुद्री संक्षारण की गहन जांच: जहाजों, अपतटीय संरचनाओं और बंदरगाहों पर संक्षारण के प्रभाव की समझ और इसे रोकने के उपाय।
  • नवोन्मेषी संक्षारण निगरानी तकनीकें: उन्नत उपकरण, सेंसर, और वास्तविक समय डेटा संग्रह के माध्यम से संक्षारण की निगरानी।
  • संक्षारण प्रबंधन में सर्वोत्तम अभ्यास: समुद्री परिसंपत्तियों के जीवनकाल को बढ़ाने के लिए प्रभावी रणनीतियों पर चर्चा।
  • उद्योग सहयोग: संक्षारण समाधान के लिए सरकारी, निजी और अनुसंधान संस्थानों के बीच साझेदारी को बढ़ावा देना।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का उपयोग

सम्मेलन में उभरते रुझानों पर भी चर्चा की जाएगी, जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का समुद्री संक्षारण के व्यवहार और प्रबंधन में उपयोग। इसके अलावा, समुद्री पर्यावरण में संक्षारण के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए बनाए गए संधारणीय अभ्यासों पर भी विचार विमर्श होगा।

उद्योग जगत का समागम और नई दिशा की ओर कदम

इस सम्मेलन में 65 से अधिक उद्योग पेशेवर भाग ले रहे हैं, जो समुद्री संक्षारण, सुरक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे। सीएसआईआर-एनएमएल, जमशेदपुर के निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधरी और एमसीएमएम-2025 के अध्यक्ष डॉ. रघुवीर सिंह ने सम्मेलन की सफलता पर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम समुद्री संक्षारण प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

माना जा रहा है कि यह सम्मेलन समुद्री और समुद्री इंजीनियरिंग क्षेत्रों के पेशेवरों और विशेषज्ञों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण मंच साबित होगा, जहां वे अपने अनुभव और ज्ञान को साझा कर सकते हैं। साथ ही समुद्री संक्षारण से संबंधित भविष्य के समाधान पर विचार-मंथन करेंगे।

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