गोरखपुर : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDUGU) ने इंडियन इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (IIRF) 2025 में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। इस रैंकिंग में विश्वविद्यालय ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन श्रेणी में शीर्ष सरकारी बी-स्कूल्स में अपना स्थान सुनिश्चित किया है। यह सफलता विश्वविद्यालय के निरंतर प्रयासों, शैक्षिक उत्कृष्टता और प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में किए गए सुधारों का परिणाम है।
IIRF 2025 रैंकिंग में गोरखपुर विश्वविद्यालय का स्थान
DDUGU ने IIRF 2025 में अखिल भारतीय रैंक में 75वां स्थान प्राप्त किया है। वहीं उत्तर प्रदेश में यह 11वें स्थान पर रहा। इस रैंकिंग में देश भर से कुल 122 उच्च शिक्षण संस्थानों को स्थान मिला है, जिनमें उत्तर प्रदेश के केवल 13 संस्थान शामिल हैं, जिनमें प्रतिष्ठित IIM लखनऊ और IIT कानपुर भी हैं। यह दर्शाता है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय ने देश भर के शीर्ष संस्थानों के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
हाल ही में, गोरखपुर विश्वविद्यालय के बीबीए, बीसीए और पत्रकारिता एवं जनसंचार कार्यक्रमों को भी IIRF 2025 रैंकिंग में सरकारी संस्थानों के बीच महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हुआ है। यह विश्वविद्यालय के विविध शैक्षिक कार्यक्रमों की गुणवत्ता को साबित करता है और इसकी पहुंच और प्रभाव को भी दर्शाता है।
IIRF रैंकिंग मूल्यांकन प्रक्रिया
IIRF रैंकिंग संस्थानों का मूल्यांकन सात प्रमुख मापदंडों के आधार पर किया जाता है, जो निष्पक्ष और व्यापक होते हैं। इनमें शैक्षणिक उत्कृष्टता, इंफ्रास्ट्रक्चर (भौतिक संसाधन), प्लेसमेंट एवं इंडस्ट्री कनेक्शन, अनुसंधान और विशेषीकरण, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग, पूर्व छात्र सहयोग (Alumni Support), और शुल्क एवं वित्तीय सहायता शामिल हैं। इन सभी मापदंडों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण DDUGU को यह महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हुआ है।
DDUGU की कुलपति, प्रो. पूनम टंडन ने विश्वविद्यालय की इस सफलता पर खुशी व्यक्त की और कहा, “यह उपलब्धि हमारे संकाय, छात्रों और कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन में, हम शैक्षिक कार्यक्रमों को और सशक्त बनाते हुए भविष्य में और भी बेहतर योगदान देने के लिए तत्पर हैं।”