नई दिल्ली : दक्षिण-पश्चिम जिले की ऑपरेशन सेल ने जहरखुरानी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश (Gang of Poisoners Busted) करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में लोनी, गाजियाबाद निवासी राजू (ड्राइवर), किशनगंज, बिहार निवासी शहजादा उर्फ गोल्टा, मोहम्मद आजाद और दरभंगा, बिहार निवासी मोहम्मद अताउल्लाह उर्फ गुड्डू शामिल है। इनके कब्जे से सात लोगों से लूटे गए मोबाइल फोन, अपराध में इस्तेमाल एक ऑटो और दस स्ट्रिप्स नींद की गोलियां व अन्य नशीली दवाएं बरामद की हैं।
डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि अपराध नियंत्रण और नागरिकों की सुरक्षा के लिए ऑपरेशन सेल नियमित अभियान चला रही है। इसी के तहत इंस्पेक्टर हरि सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने नशाखुरानी के एक मामले की जांच करती हुई 30 किलोमीटर से अधिक सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। तकनीकी और मैनुअल सूचनाओं के आधार पर चोरी के मोबाइल की निगरानी की गई, जिससे अपराध में इस्तेमाल ऑटो का पता चला। चारों आरोपी चोरी का सामान बेचने और अगली वारदात की योजना बनाते समय पकड़े गए।
आरोपियों का तरीका था कि वे अंतरराज्यीय यात्रियों, खासकर यूपी और बिहार जाने वालों को निशाना बनाते थे। वे पानी या ठंडे पेय में नींद की गोलियां मिलाकर पीड़ित को बेहोश कर देते और मोबाइल व कीमती सामान लूट लेते था।एसी ही एक वारदात 13 जुलाई को धौला कुआं के पास अंजाम दिया गया था, जिसमें एक पीड़ित को नशीला पदार्थ देकर उसका मोबाइल लूटा गया था, जिसे इस गिरफ्तारी से सुलझा लिया गया।आरोपियों में राजू के खिलाफ सात और आजाद के खिलाफ पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे मुख्य रूप से मजदूर वर्ग के लोगों को निशाना बनाते थे। उन्हें अपने घर जाने की जल्दी होती थी, ऐसे में वे लोग पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराते थे, जिससे ये अपराधी बच (Gang of Poisoners Busted) निकलते थे। अब पुलिस इनसे यह जानने का प्रयास कर रही है कि अब तक इन लोगों ने कितने लोगों के साथ इस प्रकार के वारदातों को अंजाम दिया है, साथ ही प्राप्त मोबाइल से उनके मालिकों के बारे में जानकारी निकाल रही है, जिससे इन पर उन वारदातों की कार्रवाई हो सके।