नई दिल्ली : नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के दिलशाद गार्डन के ताहिरपुर, कोड़ी कॉलोनी में रविवार देर रात 11:39 बजे एक ई रिक्शा चार्जिंग स्टेशन में लगी आग की चपेट में आकर दो लोगों की मौत हो गई। नंद नगरी थाने को गली श्मशान वाली, मकान नंबर 110 के ग्राउंड फ्लोर पर यह ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन बनाया गया था। इस दौरान आग की सूचना पर मौके पहुंचे बीट स्टाफ हेड कांस्टेबल राजकुमार ने तत्परता दिखाते हुए एक महिला, मीरा देवी, को आग के बीच से सुरक्षित निकाल उनकी जान बचा ली।

इधर मौके पर पहुंचे चार फायर टेंडर ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद रात 12:35 बजे आग पर काबू पा लिया। दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि जांच में पता चला कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी, जिसमें दो ई-रिक्शा और एक बाइक जलकर खाक हो गए। इस हादसे में झुलसने से मरने वाले दो लोगों की पहचान शशि (25) और एक बेघर व्यक्ति बल्लू ( 60) के रूप में हुई है। शशि अपने माता-पिता और तीन भाइयों के साथ 25 गज के एरिया में बने इस ग्राउंड प्लस 3 मंजिला इमारत में रहता था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिले की क्राइम टीम और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) ने मौके का निरीक्षण कर मिले सुराग के आधार पर जांच कर रही है। इस संबंध में नंद नगरी थाने में मामला दर्ज किया गया है। क्षेत्र में बने अनियंत्रित ई-रिक्शा चार्जिंग पॉइंट्स स्थानीय निवासियों ने बताया कि क्षेत्र में अनियंत्रित ई-रिक्शा चार्जिंग पॉइंट्स की वजह से पहले भी छोटी-मोटी घटनाएं हो चुकी हैं। इस पर नियंत्रण और इसे लेकर कोई भी सुरक्षा मानक नहीं होने के कारण इस प्रकार की घटना हो रही है। इससे पूर्व 25 मई को ही शाहदरा इलाके में ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन पर भीषण आग लग गई थी। इस हादसे में दो किशोरों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।