नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने 19 जून 2025 को पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में फिंगर प्रिंट ब्यूरो (एफपीबी) और बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) के आधिकारिक प्रतीक चिह्नों का अनावरण किया। ये प्रतीक चिह्न इन इकाइयों के जैकेट और आधिकारिक पत्राचार पर प्रदर्शित किए जाएंगे, जो दिल्ली की सुरक्षा में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाते हैं।
फिंगर प्रिंट ब्यूरो: अपराध समाधान की रीढ़
1983 में स्थापित फिंगर प्रिंट ब्यूरो, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के तहत कार्यरत एक विशेष फोरेंसिक इकाई है। यह पांच लाख से अधिक अपराधियों का डेटाबेस संभालती है और पाउडर व पराबैंगनी किरणों जैसी तकनीकों से अपराध स्थलों से उंगलियों के निशान एकत्र कर तुलना करती है। ब्यूरो AFPIS, NAFIS और CRIS जैसे आधुनिक सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है। सितंबर 2022 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा लॉन्च NAFIS ने अपराधियों की पहचान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
बम निरोधक दस्ता: 24×7 सुरक्षा का प्रहरी
2002 में गठित बम निरोधक दस्ता (बीडीएस) और बम डिटेक्शन टीम (बीडीटी) बम खतरों और संदिग्ध वस्तुओं से निपटने में अहम भूमिका निभाते हैं। ये दस्ते बाजारों, मॉल, महत्वपूर्ण स्थलों और वीआईपी/वीवीआईपी स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। नवीनतम उपकरणों से लैस ये टीमें NSG, BSF, CRPF और DPA से नियमित प्रशिक्षण लेती हैं। मेटल डिटेक्टर, वाष्प डिटेक्टर और स्निफर डॉग्स की मदद से ये संदिग्ध स्थलों पर त्वरित कार्रवाई करती हैं।
ये इकाइयाँ दिल्ली पुलिस की रीढ़ हैं, जिन्होंने अपराध समाधान और सार्वजनिक सुरक्षा में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
Read Also: Cyber Criminal Arrested : चीनी गिरोह के साथ मिलकर भारतीयों को ठगने वाले तीन साइबर अपराधी गिरफ्तार


