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देश के दो बड़े शिक्षा संस्थानों में फैला डेंगू, इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र की मौत, हॉस्टल छोड़ भाग रहे एमबीबीएस छात्र

by Rakesh Pandey
देश के दो बड़े शिक्षा संस्थानों में फैला डेंगू
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हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर/ देश के दो बड़े शिक्षा संस्थानों में फैला डेंगू : देश में डेंगू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। दिल्ली, मध्यप्रदेश, बिहार के बाद अब झारखंड भी डेंगू के चपेट में आ गया हैं। झारखंड के जमशेदपुर में डेंगू तेजी से फैला है। यहां पर संचालित दो बड़े शिक्षा संस्थानों में भी डेंगू कहर बरपा रहा है।

देश के दो बड़े शिक्षा संस्थानों में फैला डेंगू

आदित्यपुर स्थित नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नालॉजी (एनआइटी) में डेंगू से एक छात्र की मौत होने के बाद वहां हड़कंप मचा हुआ है। डेंगू को लेकर वहां विशेष दिशा-निर्देश जारी किया गया है। वहीं, अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके अलावा महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में भी डेंगू फैला हुआ है। यहां पर अभी तक 15 से अधिक एमबीबीएस छात्र-छात्राओं में डेंगू की पुष्टि हो चुकी हैं।

देश के दो बड़े शिक्षा संस्थानों में फैला डेंगू,

एनआइटी छात्र की डेंगू से मौत

एनआइटी के छात्र भार्गव एस की मौत सात अगस्त को टाटा मुख्य अस्पताल में हो गई। वह मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश के विशाखापट्नम के रहने वाले थे। एनआइटी में भार्गव एस मेकेनिकल फाइनल ईयर के विद्यार्थी थे। छह अगस्त को उसका तबीयत ज्यादा खराब होने पर टीएमएच में भर्ती कराया गया था। इस छात्र को हर चार घंटे में प्लेटलेट्स की आवश्यकता हो रही थी। एनआइटी मेकेनिकल विभाग के प्राध्यापक डा. शैलेंद्र कुमार के अनुसार, भार्गव एस एक होनहार विद्यार्थी था। उसे डेंगू हो गया था। मौत के बाद यहां देशभर से पढ़ाई करने आए छात्रों में हड़कंप मचा हुआ है।

एमजीएम में डेढ़ दर्जन से अधिक एमबीबीएस छात्र डेंगू पॉजिटिव

महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस व पीजी की पढ़ाई होती है। यहां पर देश के विभिन्न राज्यों से छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं। एमबीबएस की 100 व पीजी की लगभग 40 सीट है। सभी छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल की सुविधा है लेकिन यहां डेंगू फैलने की वजह से अफरा-तफरी का माहौल है। अभी तक लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक छात्र-छात्राओं में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, डेंगू के खौफ से लगभग आधे दर्जन छात्र-छात्राएं अपना हॉस्टल छोड़ वापस घर लौट गए हैं।

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पूर्वी सिंहभूम जिले में 144 मरीजों में डेंगू की पुष्टि

पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यहां अभी तक 144 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी हैं। वहीं, एक मरीज की मौत भी हो चुकी हैं। यहां का आंकड़ा देखा जाए तो हर साल कोई न कोई बीमारी कहर बरपाता है। इस बार यहां डेंगू के साथ-साथ चिकनगुनिया, जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां सबसे अधिक चाकुलिया प्रखंड डेंगू से प्रभावित है।

जिले में डेंगू के 52 संदिग्ध व 17 पाजिटिव मिले

पूर्वी सिंहभूम जिले में अभी तक सबसे अधिक मरीज चाकुलिया क्षेत्र में मरीज मिले हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम उस क्षेत्र को हॉट स्पाट घोषित कर काम कर रही है। गुरुवार को 47 संदिग्धों की जांच हुई। इसमें 17 पाजिटिव मिले। सबसे अधिक पांच मरीज चाकुलिया क्षेत्र के रहने वाले हैं। बाकी शहर के विभिन्न क्षेत्रों के रहने वाले हैं। इन मरीजों का इलाज टाटा मुख्य अस्पताल, मर्सी, टिनप्लेट, टाटा मोटर्स, गुरुनानक हास्पिटल, ब्रह्मानंद सहित अन्य अस्पतालों में चल रहा है।

देश के दो बड़े शिक्षा संस्थानों में फैला डेंगू,

इस तरह से जिले में पाजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 144 हो गई है। वहीं, गुरुवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कुल 52 संदिग्ध मरीजों का नमूना लेकर जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कालेज भेजा गया है। रिपोर्ट शनिवार तक आने की उम्मीद है। इन मरीजों में 26 चाकुलिया क्षेत्र के रहने वाले हैं। बाकी जमशेदपुर के कदमा, सोनारी, मानगो, बिष्टुपुर, बारीडीह, सिदगोड़ा, साकची, टेल्को, गोविंदपुर सहित अन्य क्षेत्रों के रहने वाले हैं।

जिला प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से हेल्पलाइन नंबर 9304389995 व 9431857671 भी जारी किया गया है। ऐसे में अगर आपको किसी तरह की परेशानी हो तो आप इस नंबर पर फोन कर जानकारी हासिल कर सकते हैं। जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डा. असद ने बताया कि डेंगू मरीजों की संख्या लगातार
बढ़ रही है। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति में इसके लक्षण सामने आएं तो उसकी जांच कराएं। इस बीमारी को नजरअंदाज नहीं करें। शुरुआती समय में बीमारी की पहचान होने से इसका इलाज संभव है। वहीं, इस बीमारी के इलाज में देरी होने से मरीजों की स्थिति गंभीर हो जाती है।

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