Home » Deoghar सिविल सर्जन 70 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार, एसीबी ने की बड़ी कार्रवाई

Deoghar सिविल सर्जन 70 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार, एसीबी ने की बड़ी कार्रवाई

by Anand Mishra
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

देवघर : देवघर जिले के सिविल सर्जन को 70 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई के बाद देवघर जिले के प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। सिविल सर्जन पर आरोप है कि उन्होंने एक ठेकेदार से अस्पताल से संबंधित काम के भुगतान को जारी करने के लिए रिश्वत की मांग की थी।

एसीबी की टीम ने इस मामले में पहले से योजना बनाई थी और शिकायत मिलने पर फौरन कार्रवाई की। ठेकेदार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, सिविल सर्जन ने अस्पताल में उपकरणों की आपूर्ति और रखरखाव के काम के भुगतान के लिए रिश्वत की मांग की थी। एसीबी ने मामले की जांच के बाद सिविल सर्जन के खिलाफ जाल बिछाया और उन्हें रिश्वत की राशि लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।

जांच अधिकारियों के अनुसार, सिविल सर्जन ने ठेकेदार से कुल 70 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। ठेकेदार की शिकायत पर एसीबी ने मामले को गंभीरता से लिया और रिश्वत की राशि ठेकेदार के माध्यम से सिविल सर्जन तक पहुंचाई। जैसे ही सिविल सर्जन ने रिश्वत की राशि स्वीकार की, एसीबी की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि सिविल सर्जन के कार्यालय में छापेमारी के दौरान और भी कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो भ्रष्टाचार के अन्य मामलों से जुड़े हो सकते हैं। अब इस मामले में आगे की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि सिविल सर्जन द्वारा और कितने लोगों से इस तरह की रिश्वत ली गई है या फिर अन्य सरकारी कार्यों में भी भ्रष्टाचार हुआ है।

देवघर के स्वास्थ्य विभाग में इस कार्रवाई से खलबली मच गई है। जिले के विभिन्न अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में चल रहे अन्य कामों की भी जांच की जा सकती है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कहीं और भ्रष्टाचार तो नहीं हो रहा है। एसीबी ने यह भी कहा कि जनता को ऐसे मामलों में जागरूक होने की जरूरत है और अगर कहीं भी इस तरह की घटनाएं हो रही हों तो तुरंत शिकायत दर्ज कराई जाए।

सिविल सर्जन की गिरफ्तारी के बाद स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में भी डर का माहौल है। एसीबी ने सिविल सर्जन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और उन्हें जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा। इस घटना ने देवघर जिले में प्रशासनिक ईमानदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और भविष्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।

Read Also : कानून की पढ़ाई, हथियारों से दोस्ती, कॉलेज से ज्यादा काटे जेल के चक्कर, कौन है Lawrence Bishnoi?

Related Articles