रांची: ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ मेला का आयोजन 27 जून से 5 जुलाई तक किया जाएगा। मेला को सफल और भव्य बनाने को लेकर समाहरणालय सभागार में उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में मंदिर न्यास समिति के प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान मेला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने, सुरक्षा मानकों का पालन, पेयजल, बिजली, सफाई, चिकित्सा, अग्निशमन, यातायात एवं विधि-व्यवस्था से लेकर प्रचार-प्रसार तक कुल 30 बिंदुओं पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि मेला क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अव्यवस्थित निर्माण या अतिक्रमण हटाया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
झूला वालों को एहतियात बरतने का निर्देश
रथ मेला के दौरान लगने वाले झूलों को लेकर भी विशेष निर्देश दिए गए हैं। झूला संचालकों को सभी आवश्यक सुरक्षा मानकों और प्रमाणपत्रों के साथ काम करने का निर्देश दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। जगन्नाथपुर मंदिर न्यास समिति के साथ मिलकर प्रशासन ने मेला में पेयजल, जेनरेटर, वॉच टावर, चलंत शौचालय, एंबुलेंस, पुलिस कंट्रोल रूम, स्वयंसेवकों की पहचान पत्र और वीआईपी लॉन्ज जैसी सुविधाओं को सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है। साथ ही रथ निर्माण के लिए लकड़ी, बांस और रस्सी की व्यवस्था के अलावा मंदिर में नेत्रदान महोत्सव एवं विग्रहों के रंगरोगन की व्यवस्था भी तय की गई है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन मंदिर न्यास समिति के साथ मिलकर मेला को राज्यस्तरीय स्वरूप देने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सभी तैयारियां समय से पूर्ण करने का निर्देश भी दिया।